एसएनसीयू की मशीनों को है मरम्मत का इंतजार

जमुई। सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू कक्ष में तकरीबन दो महीने से सात मशीन खराब पड़ी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अबतक उसकी मरम्मत नहीं कराया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 05:21 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 05:21 PM (IST)
एसएनसीयू की मशीनों को है मरम्मत का इंतजार
एसएनसीयू की मशीनों को है मरम्मत का इंतजार

जमुई। सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू कक्ष में तकरीबन दो महीने से सात मशीन खराब पड़ी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अबतक उसकी मरम्मत नहीं कराया गया है। नतीजतन भर्ती के लिए आए अधिसंख्य नवजात को वापस होना पड़ता है। फोटोथेरेपी की पांच मशीन में से तीन खराब है, जबकि रेडिएंट वार्मर की 12 मशीन में से चार खराब है। फिलहाल कुल 10 मशीन ही चालू हैं। इतनी बड़ी आबादी के बीच मशीन उपलब्ध नहीं रहने की वजह से जौंडिस से पीड़ित दो से अधिक नवजात को भर्ती नहीं लिया जा रहा है, जबकि स्थिति के अनुसार एक बच्चे पर दो फोटोथेरेपी की भी कभी- कभी आवश्यकता पड़ती है। हालांकि एसएनसीयू के चिकित्सक कहते हैं कि 4 से 5 मशीन हमेशा खराब रहता है। मशीन खाली नहीं रहने की वजह से नव•ात को बिना भर्ती लिए वापस लौटाना पड़ता है। मशीन खराब होने की शिकायत भी की गई थी।

------

बजती रही घंटी, चिकित्सक ने नहीं उठाया फोन

सदर अस्पताल के एसएनसीयू में कार्यरत चिकित्सक डॉ. संजय गुप्ता से इस संबंध में जानकारी लेने के लिए जब एसएनसीयू कक्ष गए तो चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं थे। उसके बाद जब फोन कर उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई तो मोबाइल पर घंटी बजती रही उन्होंने फोन नहीं उठाया। डॉ. संजय गुप्ता का हमेशा से यह शिकायत रही है कि किसी भी इमरजेंसी कार्य के लिए भी फोन करने पर वह फोन नहीं उठाते हैं।

------

कोट

मशीन खराब होने की जानकारी मुझे नहीं है। एसएनसीयू के कर्मी ने मुझे जानकारी नहीं दी है। जांच कर खराब मशीन की मरम्मत कराई जाएगी। आबादी के हिसाब से एसएनसीयू को क्षमता बढ़ानी चाहिए थी। जिसके लिए विभाग से मांग की गई है।

डॉ. सैयद नौशाद अहमद, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, जमुई

------

कोट

खराब मशीन की जानकारी पत्र के माध्यम से विभाग को दी गई थी। कोविड-19 और लॉकडाउन की वजह से मशीन बनाने के लिए इंजीनियर नहीं आ पाए। जल्द ही मशीन की मरम्मत करा उसे चालू कर दिया जाएगा।

रमेश कुमार पांडेय, प्रबंधक सदर अस्पताल, जमुई

chat bot
आपका साथी