मेहंदी रस्म के साथ दो दिवसीय भादो महोत्सव की शुरू

जमुई। श्री सत्यनारायण मंदिर में राणीसती दादी का दो दिवसीय भादो महोत्सव सोमवार को मेहंदी रस्म के साथ शुरू हुआ। राजस्थानी वेष भूषा में महिलाएं रंग-बिरंगी चुनरी में राणीसती दादी को मेहंदी लगाने के अलावा चूड़ा पहनानया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 06:11 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 06:11 PM (IST)
मेहंदी रस्म के साथ दो दिवसीय भादो महोत्सव की शुरू
मेहंदी रस्म के साथ दो दिवसीय भादो महोत्सव की शुरू

जमुई। श्री सत्यनारायण मंदिर में राणीसती दादी का दो दिवसीय भादो महोत्सव सोमवार को मेहंदी रस्म के साथ शुरू हुआ। राजस्थानी वेष भूषा में महिलाएं रंग-बिरंगी चुनरी में राणीसती दादी को मेहंदी लगाने के अलावा चूड़ा पहनानया। संचालक समिति के वरिष्ठ सदस्य सीताराम पोद्दार ने बताया कि सात सितंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में भजन मंडली से लेकर अन्य कई कार्यक्रम हैं।

शाम को राणीसती दादी का ज्योत लगाया जाएगा। धनबाद से आए कलाकार रात में भजन की प्रस्तुति करेंगे। दादी का ज्योत के अलावा दोपहर एक बजे नारायणी मंडल पाठ की शुरुआत की जाएगी। धनबाद बराकर के पंडित की सानिध्य में महिलाओं द्वारा पाठ किया जाएगा। यह चार घंटे तक चलेगा। शाम को राणीसती दादी का भव्य आरती के अलावा छप्पन भोग लगाने के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण होगा। नारायणी मंडल पाठ में एक सौ से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। इस महोत्सव को लेकर बाहर में रह रहे भक्त भी झाझा पहुंचे हुए हैं। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में मंदिर सहित अन्य जगहों को भव्य रूप से सजाया गया है। यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शहर भक्ति रस में डूबा हुआ है। मारवाड़ी समाज के लिए यह महोत्सव काफी महत्व रखता है। श्री सत्यनारायण मंदिर एवं राणीसती दादी के दरबार को धनबाद, मधुपुर से आए कलाकारों ने भव्य रूप से सजाया है। झाझा में राणीसती दादी का छठा महोत्सव है। इसके पहले भक्तों को राजस्थान के झुनझुन धाम जाना पड़ता था। भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए श्री सत्यनारायण मंदिर में राणीसती दादी की प्रतिमा स्थापित की गई।

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