श्रद्धाभाव के साथ हुई धन वैभव ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी की विदाई
जमुई। गिद्धौर के उलाय नदी तट अवस्थित ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर प्रांगण में धन वैभव ऐश्वर्य की देवी मां महालक्ष्मी की पूजा धूमधाम से पूरे विधि-विधान अनुरूप चंदेल राज रियासत के विद्वान पंडित द्वारा सम्पन्न कराई गई।
जमुई। गिद्धौर के उलाय नदी तट अवस्थित ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर प्रांगण में धन वैभव ऐश्वर्य की देवी मां महालक्ष्मी की पूजा धूमधाम से पूरे विधि-विधान अनुरूप चंदेल राज रियासत के विद्वान पंडित द्वारा सम्पन्न कराई गई।
गिद्धौर चंदेल राजवंश द्वारा सदियों से दुर्गा पूजा उपरांत आश्विन शुक्ल पूर्णिमा तिथि की संध्या बेला में धन, वैभव ऐश्वर्य कृति की देवी मां महालक्ष्मी की पूजा प्रतिमा स्थापित कर प्राण-प्रतिष्ठा के साथ देवघर के विद्वान पंडितों द्वारा पूरे नियम-निष्ठा के साथ कराई गई। कोरोना संक्रमण काल में भी मां महालक्ष्मी की पूजा को लेकर श्रद्धालुओं ने अपने स्वजन एवं क्षेत्र के लोगों के लिए सुख-समृद्धि की। वहीं पूजा संपन्न होने के उपरांत मां महालक्ष्मी की प्रतिमा सोमवार की संध्या गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़े के साथ ऐतिहासिक त्रिपुर सुंदरी मंदिर तालाब में शारदीय दुर्गा पूजा सह लक्ष्मी पूजा समिति द्वारा प्रशासनिक देखरेख में मां महालक्ष्मी की प्रतिमा को कंपनी बाग तालाब घाट पर संध्या आरती कर विदाई दी गई।