संविदा कर्मियों की हड़ताल का नहीं दिखा असर
जमुई। मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर बहाल कर्मी व पदाधिकारी राज्य सरकार के विरोध में बुधवार से होम आइसोलेट हो चुके हैं।
जमुई। मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर बहाल कर्मी व पदाधिकारी राज्य सरकार के विरोध में बुधवार से होम आइसोलेट हो चुके हैं। जिससे कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने की संभावनाएं बनी, लेकिन हड़ताल के पहले दिन सदर अस्पताल सहित जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था सामान्य दिखी।
स्वास्थ्य विभाग के कार्यों पर हड़ताल का कोई खास प्रभाव पड़ता नहीं दिखा। सदर अस्पताल में सामान्य दिनों की तरह कोरोना जांच और टीकाकरण का कार्य चलता रहा। हालांकि और दिनों की अपेक्षा कर्मी कुछ काम दिखे, लेकिन फिलहाल कार्यों में बाधा उत्पन्न नहीं हुई। इमरजेंसी वार्ड से लेकर डेडिकेटेड हेल्थ सेंटर भी हड़ताल से प्रभाव मुक्त रहा। सामान दिनों की तरह मरीजों के इलाज में भी कोई कमी नहीं आई।
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कोरोना काल में मानवता धर्म रहेगा जारी
बिहार राज्य संविदा कर्मचारी संघ के जिला सचिव सह जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि नियमितीकरण, सरकारी कर्मी का दर्जा सहित अन्य मांगों को लेकर पूर्व में ही सरकार को अवगत कराया जा चुका है। आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि अपनी मांगों को लेकर बीते छह मई से आठ मई तक काली पट्टी लगाकर काम किया। नौ मई से 11 मई तक सरकार के रुख का इंतजार किया, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से बाध्य होकर हमलोग होम आइसोलेट पर जाने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर को झेल रहा है। हम लोग अपने कार्यालय नहीं जाएंगे, लेकिन मानवता के नाते जरूरी कार्य का निपटारा घर से ही करेंगे। संघ के सचिव ने बताया कि इस समय मानव धर्म निभाने का है और एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम लोग इससे पीछे नहीं हटेंगे।