दो अधिकारी के ही बच्चे पढ़ते हैं सरकारी स्कूल में

जमुई। जिले में सरकारी सेवा अंतर्गत श्रेणी एक एवं दो में पदस्थापित 85 अधिकारियों में दो के बचे ही सरकारी संस्थान में अध्ययनरत हैं जबकि 83 अधिकारियों के बचे सरकारी विद्यालयों में नहीं पढ़ रहे। इसमें भी एक कालेज में अध्ययनरत है यानि सरकारी विद्यालय में एक अधिकारी का एक बचा अध्ययनरत है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:31 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:31 PM (IST)
दो अधिकारी के ही बच्चे पढ़ते हैं सरकारी स्कूल में
दो अधिकारी के ही बच्चे पढ़ते हैं सरकारी स्कूल में

जमुई। जिले में सरकारी सेवा अंतर्गत श्रेणी एक एवं दो में पदस्थापित 85 अधिकारियों में दो के बच्चे ही सरकारी संस्थान में अध्ययनरत हैं, जबकि 83 अधिकारियों के बच्चे सरकारी विद्यालयों में नहीं पढ़ रहे। इसमें भी एक कालेज में अध्ययनरत है यानि सरकारी विद्यालय में एक अधिकारी का एक बच्चा अध्ययनरत है।

कई अधिकारियों के बच्चे अभी छोटे हैं तो कई के वयस्क व उच्च तकनीकी शिक्षा में अध्ययनरत। जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इस संबंध में विभाग को रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी राघवेंद्र कुमार दीपक का एक बच्चा सरकारी विद्यालय में अध्ययरत है, जबकि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी झाझा रेणु कुमारी की भी एक संतान स्नातक में सरकारी कालेज में अध्ययनरत है। इसके अलावा जमुई में पदस्थापित अधिकारियों के बच्चे सरकारी विद्यालय में नहीं पढ़ते हैं। हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश पारित करते हुए आइएएस, आइपीएस और ग्रेड वन व टू अधिकारी के कितने बच्चे सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक व अन्य विद्यालयों में अध्ययनरत हैं, इसकी विवरणी मांगी थी। इस आदेश के तहत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने जिलाधिकारी व डीईओ से रिपोर्ट तलब की थी। बताया गया कि जिले में श्रेणी एक में 13 व श्रेणी दो में 72 पदस्थापित अधिकारी की रिपोर्ट भेजी गई है।

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बच्चे अभी छोटे, स्कूल जाने योग्य नहीं

रिपोर्ट में 18 अधिकारियों ने बताया है कि उनका बच्चा अभी छोटा है। उसकी उम्र पढ़ाई योग्य नहीं हुई है। इस लिस्ट में जिलाधिकारी से लेकर अन्य अधिकारी शामिल हैं। आठ अधिकारियों ने बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण होने, उच्च तकनीकी संस्थान व प्रतियोगिता की तैयारी में अध्ययनरत रहने की बात बताई।

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कुछ ने साधी चुप्पी

36 अधिकारियों ने अपने बच्चों की संख्या बताई है लेकिन बच्चे के पढ़ाई के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। इसमें पुलिस अधीक्षक से लेकर सिविल सर्जन व अन्य पदाधिकारी शामिल हैं।

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एक अविवाहित, एक बच्चा निजी स्कूल में

ग्रेड दो के एक अधिकारी ने अविवाहित होने की बात कही, जबकि बिहार पशु पालन सेवा अंतर्गत एक प्रखंड पशु पालन पदाधिकारी ने बच्चे के निजी स्कूल में पढ़ने की जानकारी दी है। कई पदाधिकारियों ने अभी संतान नहीं होने की बात बताई है।

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कोट

जिले में पदस्थापित ग्रेड एक व दो के अधिकारियों के कितने बच्चे सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक व अन्य विद्यालय में अध्ययनरत है इसकी रिपोर्ट भेज दी गई है।

रवि कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जमुई

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