मंगलवार को शहर के लिए 'मंगलकारी' फैसला
जमुई। शहर में यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने या फिर यूं कहें कि जाम की समस्या से निजात दिलाने को लेकर एक बार फिर प्रशासनिक कसरत आरंभ हो गई है।
जमुई। शहर में यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने या फिर यूं कहें कि जाम की समस्या से निजात दिलाने को लेकर एक बार फिर प्रशासनिक कसरत आरंभ हो गई है। इसी कड़ी में मंगलवार को अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में विभिन्न अधिकारियों एवं संगठनों की बैठक आयोजित हुई।
उक्त बैठक में सभी लोगों द्वारा दिए गए सुझाव के बाद कई अहम फैसले लिए गए। बैठक की अध्यक्षता एसडीओ प्रतिभा रानी ने की। हालांकि इस प्रकार की बैठकें और निर्णय पहले भी कई बार किए जा चुके हैं। उक्त निर्णय के तहत ही वर्ष 2018 में बाजाप्ता ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया था, लेकिन प्रशासनिक इच्छाशक्ति का अभाव कहें या फिर कुछ और, परिणाम वही ढाक के तीन पात वाली रही। बहरहाल मंगलवार को शहर के लिए एक बार फिर मंगलकारी फैसला लिया गया है। फैसले के तहत नगर पालिका को ऑटो स्टैंड तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है जबकि पुलिस कि यह जवाबदेही होगी कि सुबह 9:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक कचहरी चौक से लेकर महाराजगंज तक चार पहिया वाहन प्रवेश न कर पाए। इस दौरान ऑटो चालक संघ की ओर से नगर पालिका द्वारा चार-चार जगह स्टैंड टैक्स वसूलने की शिकायत दर्ज कराई गई। जिसे लेकर अनुमंडल पदाधिकारी ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को सकारात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया। अनुमंडल पदाधिकारी ने बोधबन तलाब चौक एवं महिसौड़ी चौक को जाम से निजात दिलाने के लिए ऑटो स्टैंड की वैकल्पिक व्यवस्था के सुझाव पर भी अमल करने का निर्देश दिया। जिसके तहत सिकंदरा मार्ग में डॉक्टर नीरज साह के क्लीनिक के समीप खाली जमीन पर संभावनाओं की तलाश करने का टास्क दिया गया। बैठक में चैंबर ऑफ कॉमर्स के डॉ. सुनील केसरी एवं शंकर साह ने वन वे ट्रैफिक सिस्टम को पुन: बहाल करने की मांग उठाई। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने वन वे ट्रैफिक सिस्टम एवं नो इंट्री की व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर अंचल अधिकारी दीपक कुमार, सदर थाना अध्यक्ष चंदन कुमार सिंह, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अजीत कुमार सहित अन्य अधिकारी व संगठन के प्रतिनिधि मौजूद थे।