नवजात की सुरक्षा के लिए गर्भवती की एचआइवी जांच जरूरी
जमुई। सदर अस्पताल परिसर स्थित कार्यालय के सभागार में गुरुवार को एड्स के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों की बैठक आयोजित की गई।
जमुई। सदर अस्पताल परिसर स्थित कार्यालय के सभागार में गुरुवार को एड्स के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. विजयेंद्र सत्यर्थी ने की।
इस अवसर पर सीएस डॉ. सत्यार्थी ने कहा कि निचले स्तर में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने में क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता का विशेष योगदान होता है। इनलोगों द्वारा सरकार की सभी संचालित योजना की जानकारी लोगों को दी जाती है, ताकि समय से इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि एड्स असुरक्षित यौन संबंधों से फैलने वाला रोग है, जो किसी को भी हो सकता है। अपने परिवार के भरण-पोषण को लेकर लोग परदेस कमाने जाते हैं। कई बार घर वापस आने पर एड्स जैसी सौगात लाते हैं। जिससे उनका परिवार तबाही की राह पर चला जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा इसे नियंत्रित करने को लेकर बेहतर यौन संबंधों के कई साधन उपलब्ध कराया गए हैं। लोग इसी साधन के सहारे यौन संबंध बनाए तो काफी हद तक इससे बचा जा सकता है। इसके अलावा सभी गर्भवती को इसकी जांच कराना आवश्यक है, ताकि उसके पेट में पल रहा बच्चा इस बीमारी से मुक्त हो सके। जिला एड्स पर्यवेक्षक अखौरी मनित कुमार ने बताया कि सभी बीसीएम इस जानकारी से अपने स्वास्थ्य संस्थान में क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता को जागरूक करेंगे, ताकि ग्रामीण इलाके में भी इसे लेकर प्रचार प्रसार किया जाए, जिससे एड्स पर नियंत्रण हो सके। मौके पर सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सैयद नौशाद अहमद, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट मो. शमीम अख्तर, नवोदित मृणाल, स्वास्थ्य प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य उत्प्रेरक उपस्थित थे।