पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाया खजुरा गांव

जमुई। प्रखंड के कैयार पंचायत का खजुरा गांव आज भी कई सुविधाओं से महरूम है। यह गांव आजादी के 70 साल बाद भी पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 06:39 PM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 06:12 AM (IST)
पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाया खजुरा गांव
पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाया खजुरा गांव

जमुई। प्रखंड के कैयार पंचायत का खजुरा गांव आज भी कई सुविधाओं से महरूम है। यह गांव आजादी के 70 साल बाद भी पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाया है। खजुरा गांव आज भी विकास से कोसों दूर है। पक्की सड़क नहीं रहने से ग्रामीणों के अचानक बीमार पड़ जाने या प्रसव पीड़िता को खाट पर लाद कर पांच किलोमीटर ले जाने के बाद पक्की सड़क पर वाहन नसीब होता है।

--

गांव में शादी करने में लोग हिचकिचाते हैं। शादी के बाद दुल्हन व दूल्हा को पैदल घर जाना पड़ता है। गांव में शादी-विवाह में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गांव में अगर लड़की की शादी होती है तो खेतों में रास्ता बनाकर किसी तरह गांव तक ले जाते हैं।

70 वर्षीय जयनंदन राम बताते हैं कि आजादी के बाद भी गांव का विकास नहीं हुआ। आज तक सड़क नहीं बन पाई है। जिससे गांववासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

राजेंद्र यादव बताते हैं कि गांव में अचानक किसी के बीमार हो जाने पर खाट पर लादकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है। कच्ची सड़क होने के कारण रास्ता काफी खराब है।

राजकुमार प्रसाद बताते हैं कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि आते हैं। वोट लेने के बाद देखने तक नहीं आते हैं। गांव में पीसीसी, सड़क, नाला का निर्माण नहीं होने से जगह जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

उर्मिला देवी, मारों देवी बताती हैं कि यहां लोग सिर्फ वोट मांगने आते हैं लेकिन आज तक गांव को पक्की सड़क से नहीं जुड़ पाए। गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा होने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। संसाधन की कमी व सुगम रास्ता नहीं होने से कई लोगों को असमय ही मौत की गई है। गांव में शिक्षा, पेयजल, सड़क, उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं है।

मुकेश कुमार, पवन कुमार, सतीश कुमार एवं वार्ड सदस्य शंकर यादव बताते हैं कि गांव में बिजली अभी हाल में है। बरसात के दिनों में बाजार से संपर्क टूट जाता है। समाजसेवी शशिशेखर सिंह मुन्ना बताते हैं कि ग्रामीणों द्वारा कई बार सड़क निर्माण कराने की मांग की गई है, लेकिन किसी ने पहल नहीं की।

chat bot
आपका साथी