दीपावली की उमंग पर महंगाई की मार, सुना पड़ा बाजार

जमुई। रोशनी के पर्व दीपावली में अब सिर्फ एक सप्ताह का समय बचा है। बावजूद इसके बाजार में रौनक नहीं हैं। दुकानदार दीपावली पर बंपर सेल की उम्मीद कर रहे है। धनतेरस को लेकर बाजारों में बर्तन वाहनों के शो रूम सजावटी सामान मिठाई की दुकान कपड़ों के दुकान ज्वेलरी के दुकान से लेकर मिट्टी के दीये खिलौने आदि के दुकान सज गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:06 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:06 PM (IST)
दीपावली की उमंग पर महंगाई की मार, सुना पड़ा बाजार
दीपावली की उमंग पर महंगाई की मार, सुना पड़ा बाजार

जमुई। रोशनी के पर्व दीपावली में अब सिर्फ एक सप्ताह का समय बचा है। बावजूद इसके बाजार में रौनक नहीं हैं। दुकानदार दीपावली पर बंपर सेल की उम्मीद कर रहे है। धनतेरस को लेकर बाजारों में बर्तन, वाहनों के शो रूम, सजावटी सामान, मिठाई की दुकान, कपड़ों के दुकान, ज्वेलरी के दुकान से लेकर मिट्टी के दीये, खिलौने आदि के दुकान सज गए हैं। लेकिन बाजार में सन्नाटा छाया है। शहर के महाराजगंज बाजार, पुरानी बाजार, महिसौडी चौक, बाजार चौक में सजावटी सामान बेचने वाले दुकानदारों ने बताया कि वे सीजन और फेस्टिवल के हिसाब से बिजनेस करते हैं। पिछले साल कोरोना का डर था। मार्केट में खरीदार नहीं आ रहे थे। इस बार कोविड-19 का खौफ निकल गया है। बाजार में भीड़ तो है, मगर उस हिसाब से सेल नहीं हैं। दीपावली निकल गई और सामान नहीं बिका, तो फिर सालभर इंतजार करना पड़ेगा। पहले कोरोना संक्रमण और लाकडाउन ने आमदनी पर रोक लगाई, अब महंगाई का संक्रमण मुंह व पाकेट पर रोक लगा रहा है।

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दो गुना बढ़ी कीमत

दुकानदारों ने बताया कि इस बार सजावट के लिए बाजार में कुछ खास नया आइटम नहीं आया है। दरवाजे पर लगाने वाली बनावटी फूलों की झालर पिछले साल 100 रुपये में उपलब्ध थी, इस साल वो 200 रुपये में मिल रही है। आर्टिफिशियल फ्लावर बंच (बनावटी फूलों का गुलदस्ता) की कीमत भी 150 से बढ़कर 200-250 तक पहुंच गई है। लाइटिग के आइटम के दामों में भी इजाफा हुआ है। एलईडी लाइट पिछले साल 250 में रुपये उपलब्ध थे। इस साल वो 320 रुपये में मिल रहा है। कैंडल लाइट पिछले साल 200 रुपये में इस साल 300 रुपये में मिल रहा है।

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जरूरी और साधारण वस्तु की कीमत में भी उछाल

घरेलू साज-सज्जा की सामान के दामों में भी इजाफा हुआ है। बंदनवार, मोमबत्ती, चाइनीज कैंडल, शुभ दीपावली बैनर, फ्लोटिग कैंडल, सेंटेड कैंडल, लक्ष्मीजी के पदचिन्ह, दीवारों और छतों की लटकन, फैंसी पर्दे आदि के कीमत में उछाल आया है। दुकानदार ने बताया कि पिछले साल मोमबत्ती 50 रुपये में 50 पीस बेचते थे। इस बार इसका रेट 70 रुपये में 30 पीस हो गया है। ग्राहक छह पैकेट की जरूरत पर तीन पैकेट की ही खरीदारी कर रहे हैं। हर आइटम पर 30 से 40 प्रतिशत का रेट बढ़ गया है। बंदनवार 150 से 1200 रुपये प्रति पीस, फैंसी कैंडल 20 से 500 रुपये प्रति पीस, दीये 8 से 25 रुपये प्रति पीस, लटकन 150 से 1000 रुपये प्रति पीस, लक्ष्मी के चरण 10 से 150 रुपये प्रति पीस, फैंसी पर्दे 350 से 400 रुपये प्रति पीस, शुभ दीपावली बैनर 40 से 250 रुपये प्रति पीस बिक रहा है।

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दीपावली को ले बाजारों में सजी दुकानें

दीपावली को लेकर मिट्टी के दीपकों, बर्तनों व घर की सजावट के लिए कृत्रिम फूलों की लडियों, तोरण और इलेक्ट्रानिक आइटम में झालर आदि की दुकाने सज गई है। मिठाई की दुकानें भी सजी दिख रही है। सोना, चांदी की दुकानदारों ने भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए इस बार कई तरह की उपहार योजना चला रहे हैं। दीपावली से पहले ज्वेलरी दुकानों में सोने के कंगन, हार, चैन, झुमका, अंगूठी सहित विभिन्न वेरायटी के आभूषण उपलब्ध हैं। इसी तरह चांदी के सिक्कों के अलावा पायल, बिछिया, लक्ष्मी गणेश प्रतिमा, श्रीयंत्र वेरायटी हालमार्क के साथ उपलब्ध है। इसके अलावा चांदी में लक्ष्मी गणेश प्रतिमा की भी मांग है। दूसरी ओर इलेक्ट्रानिक की दुकानों पर टीवी, फ्रिज, कूलर, एसी, डीवीडी, मिक्सर ग्राइंडर आदि उपलब्ध हैं। वहीं आटोमोबाइल, कम्प्यूटर, मोबाइल आदि के दुकानें सजी है।

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आटोमोबाइल पर भी दिख रहा है महंगाई की मार

विजया आटो के प्रोपराइटर संजय प्रसाद ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धनतेरस में बिक्री ठंडी पड़ रही है। यामाहा शोरूम के मालिक सौरभ कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार धनतेरस में ऐसी स्थिति नहीं देखी जा रही है। बालाजी आटोमोबाइल के डीलर शशि शंकर सिंह ने बताया कि धनतेरस पर गाड़ियों की बुकिग बहुत कम हो रही है।

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महंगाई के कारण घरों को सजाना ख्वाब जैसा प्रतीत हो रहा है। बच्चों का मन रखने के लिए थोड़ी-बहुत खरीदारी कर संतोष कर लेंगे।

शंभू जोशी, खरीदार।

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खाद्य मूल्यों में वृद्धि से घर खर्च जलाना मुश्किल हो गया है। आवश्यक वस्तु में शामिल सरसों तेल, घी, रिफाइंड सहित रोजमर्रा की चीजों का दाम आसमान छू रहा है। हम मध्यमवर्गीय परिवार की माली हालत खस्ता है। बाजार में चारों ओर रंग-बिरंगी लाइट जली है। इसे देखकर ही संतोष कर लेंगे। इस महंगाई में किसी प्रकार त्योहार खुशी पूर्वक निकल जाए यह काफी है।

पूनम देवी खरीदार

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बढ़ती महंगाई ने हम गरीबों की कमर तोड़ दी है। त्योहार मनाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। रसोई गैस, दाल, दूध के दाम पहले ही आसमान को छू रहे थे। अब हरी सब्जी ने तो नाक में दम कर दिया है। महंगाई इस दौर में गुजर बसर और बच्चों को शिक्षा दिलाना गंभीर चुनौती है। ऐसे में खरीदारी करना मुश्किल है। बाजार में कुछ सस्ता चीज ढूंढ रहे हैं।

रीना देवी खरीदार

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पहले कोरोना ने काम धंधा प्रभावित किया अब बढ़ती महंगाई ने परेशान कर दिया है। हर चीज का दाम आसमान छू रहा है। रसोई का बजट गड़बड़ाने लगा है। आमदनी सीमित है लेकिन महंगाई दिन पर दिन बढ़ रही है। खाद्य पदार्थों के दाम लगभग दोगुने से भी ज्यादा हो गए हैं। हर चीज के दाम बढ़ने से त्योहार मनाने को लेकर भी सोचना पड़ रहा है।

उर्मिला देवी, गृहणी

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