सर्व धर्म प्रार्थना को सफल बनाने के लिए अगहरा बरुअट्टा की मुखिया ने की अपील

जमुई। वैश्विक महामारी कोरोना मानव जाति के लिए एक ऐसी परेशानी का सबब बन कर आया जिसकी दास्तां लोग सदियों तक नहीं भुला पाएंगे। कोरोना संक्रमण के दौरान अब तक हजारों लोगों की जाने चली गई। यहां तक की कोरोना संक्रमण ने मौत के बाद व्यक्त की जाने वाली संवेदनाओं की परिभाषा ही बदल कर रख दी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:44 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:44 PM (IST)
सर्व धर्म प्रार्थना को सफल बनाने के लिए अगहरा बरुअट्टा की मुखिया ने की अपील
सर्व धर्म प्रार्थना को सफल बनाने के लिए अगहरा बरुअट्टा की मुखिया ने की अपील

जमुई। वैश्विक महामारी कोरोना मानव जाति के लिए एक ऐसी परेशानी का सबब बन कर आया जिसकी दास्तां लोग सदियों तक नहीं भुला पाएंगे। कोरोना संक्रमण के दौरान अब तक हजारों लोगों की जाने चली गई। यहां तक की कोरोना संक्रमण ने मौत के बाद व्यक्त की जाने वाली संवेदनाओं की परिभाषा ही बदल कर रख दी।

आलम यह है कि मौत के बाद चार कंधे भी नसीब नहीं होने लगे। दैनिक जागरण ऐसे कोरोना संक्रमण के कारण दिवंगत आत्मा की शांति को लेकर चलाया जा रहा विशेष मुहिम सर्व धर्म प्रार्थना को लेकर पंचायत स्तर पर भी कारवां दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। 14 जून को कोरोना काल में दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने को लेकर सर्व धर्म प्रार्थना के सफल बनाने को लेकर पंचायत स्तर पर विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इसी कड़ी में रविवार को सदर प्रखंड अंतर्गत अगहरा बरुअट्टा की मुखिया सिमरन प्रिया अपने पंचायत वासियों के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमण से दिवंगत व्यक्तियों के लिए आयोजित होने वाले सर्व धर्म प्रार्थना में अधिक से अधिक लोगों को सर्व धर्म प्रार्थना में शामिल होने एवं उन्हें श्रद्धांजलि देने की अपील की। मुखिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान हम सभी ने कई अपनों को खो दिया है। जिन्हें हम लोगों ने अब तक श्रद्धांजलि तक नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण दिवंगत लोगों को दिल से याद करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। समाजसेवी राकेश कुमार पासवान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान कई अपने लोग हमेशा-हमेशा के लिए बिछड़ गए। उनके दिवंगत आत्मा की शांति को लेकर दैनिक जागरण द्वारा चलाया जा रहा विशेष मुहिम सर्व धर्म प्रार्थना काफी सराहनीय है। इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों को शामिल होकर दो मिनट तक मौन धारण कर श्रद्धांजलि देने की अपील करता हूं।

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