लछुआड़ में थाने का हुआ उद्घाटन, भयमुक्त रहेंगे तीर्थयात्री

संवाद सहयोगी सिकंदरा(जमुई) भगवान महावीर की तीन कल्याणकों की पावन भूमि क्षत्रियकुंड लछुआड़ में जैन तीर्थ यात्री अब भयमुक्त होकर भगवान प्रभु का दर्शन पूजन करेंगे। अब उन्हें न तो नक्सलियों का भय सताएगा और न ही अपराधियों का। यात्रियों की सुविधाओं के साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद करने के लिए मंगलवार को थाने का उद्घाटन एसपी प्रमोद कुमार मंडल व क्षेत्रीय विधायक प्रफुल्ल मांझी ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 05:38 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 05:38 PM (IST)
लछुआड़ में थाने का हुआ उद्घाटन, भयमुक्त रहेंगे तीर्थयात्री
लछुआड़ में थाने का हुआ उद्घाटन, भयमुक्त रहेंगे तीर्थयात्री

फोटो- 01 जमुई- 1

संवाद सहयोगी, सिकंदरा(जमुई): भगवान महावीर की तीन कल्याणकों की पावन भूमि क्षत्रियकुंड लछुआड़ में जैन तीर्थ यात्री अब भयमुक्त होकर भगवान प्रभु का दर्शन पूजन करेंगे। अब उन्हें न तो नक्सलियों का भय सताएगा और न ही अपराधियों का। यात्रियों की सुविधाओं के साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद करने के लिए मंगलवार को थाने का उद्घाटन एसपी प्रमोद कुमार मंडल व क्षेत्रीय विधायक प्रफुल्ल मांझी ने किया। नव पदस्थापित थानाध्यक्ष बीरेंद्र कुमार ने नारियल फोड़कर कार्यभार संभाला। इस मौके पर एसपी ने कहा कि थाना भवन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसके साथ ही आवास की भी व्यवस्था है। लछुआड़ जिले का 17वां एवं सिकंदरा का दूसरा थाना है। सिकंदरा थाना क्षेत्र के 17 पंचायतों में पांच पंचायत के 51 गांव लछुआड़ थाने के अधीन होंगे। भौगोलिक स्थिति के आधार पर यह चौकी महत्वपूर्ण है।

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थाना बनने से अपराध व अपराधियों से मिलेगी मुक्ति

क्षत्रियकुंड नगरी लछुआड़ में थाना बनाना आवश्यक था। 2010 से 2015 तक की बात करें तो लछुआड़ से भगवान महावीर की जन्मकल्याणक भूमि अर्थात जन्मस्थान के लिए प्रत्येक वर्ष हजारों हजार की संख्या में भगवान महावीर के दर्शन पूजन को लेकर जाने वाले तीर्थ यात्रियों से अपराधियों ने कई बार मारपीट कर लूट की घटना को प्राय: अंजाम दिया करते थे। धीरे-धीरे तीर्थ यात्रियों का आवागमन कमोबेश कमता चला गया। दूसरी घटना 17 फरवरी 2010 को फुलवरिया कोड़ासी गांव में नक्सलियों द्वारा एक दर्जन लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद दर्जनों घरों को डायनामाइट व आग के हवाले कर दिया गया था। इससे पूर्व 2001 में काली पूजा के दौरान नक्सलियों ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर पुलिस राइफल लूट ले गए थे। इस घटना में तीन पुलिस वाले नक्सलियों की गोलीबारी में घायल हुए थे। इस कारण तीर्थ यात्रियों के अलावा स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना रहता था। फुलवरिया कोड़ासी में एसएसबी कैंप बनने व जन्मस्थान में पुलिस चौकी के निर्माण के साथ एसएसबी कैंप बनने से नक्सलियों व अपराधियों के खौफ से लोगों को छुटकारा मिला।

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एसपी से दरखा को सिकंदरा थाने में ही शामिल रखने की मांग

संवाद सूत्र, सिकंदरा(जमुई): नवनिर्मित पांच पंचायतों के लिए बने लछुआड़ थाने में ई अलीगंज प्रखंड के दरखा पंचायत के शामिल होने पर विरोध के स्वर मुखर होने लगे हैं। मुखिया जयप्रकाश महतो के नेतृत्व में ग्रामीणों ने थाने के उद्घाटन के पश्चात एसपी प्रमोद कुमार मंडल को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर लछुआड़ के बदले पूर्व की भांति सिकंदरा थाने में ही पंचायत को शामिल रखे जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया है कि सिकंदरा थाना दरखा पंचायत से नजदीक है। लछुआड़ आने के लिए उन्हें सिकंदरा का चक्कर लगाना पड़ेगा। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ज्ञापन में विधायक प्रफुल्ल कुमार मांझी ने भी अनुशंसा कर दरखा को हटाकर अन्य दूसरे निकटवर्ती पंचायत को शामिल करने की बात की है। ज्ञापन सौंपने वालो में पंसस विजय यादव, सरपंच अरुण कुमार सिन्हा, ग्रामीण मुंद्रिका प्रसाद यादव, धर्मेन्द्र कुमार, पिटू कुमार समेत कई अन्य शामिल हैं।

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