प्रखंड मुख्यालयों के अस्पतालों में होगी किडनी और लीवर की जांच

संवाद सहयोगी जमुई सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही प्रखंड मुख्यालय की अस्पतालों में किडनी और लीवर फंक्शन की जांच सुविधा मिलने लगेगी। यह सब कोविड मोड से बाहर निकल जिले के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा को पटरी पर लाने की कवायद के तहत की जानी है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 05:32 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 05:32 PM (IST)
प्रखंड मुख्यालयों के अस्पतालों में होगी किडनी और लीवर की जांच
प्रखंड मुख्यालयों के अस्पतालों में होगी किडनी और लीवर की जांच

फोटो 27 जमुई-7

कोविड मोड को बाय-बाय, चिकित्सीय सुविधा पटरी पर लाने का दिया टास्क

- केंद्रीय टीम ने टीकाकरण व चिकित्सीय सुविधा को गति लाने को दिया निर्देश

संवाद सहयोगी, जमुई : सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही प्रखंड मुख्यालय की अस्पतालों में किडनी और लीवर फंक्शन की जांच सुविधा मिलने लगेगी। यह सब कोविड मोड से बाहर निकल जिले के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा को पटरी पर लाने की कवायद के तहत की जानी है। कोविड टास्क फोर्स में तैनात कर्मियों को पदस्थापन स्थल पर भेजने की तैयारी में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है।

अब जिले के सभी अस्पतालों में पूर्व की भांति चिकित्सीय सहित अन्य सुविधा मिलेगी। जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुधांशु नारायण लाल ने बताया कि केंद्रीय टीम ने मुख्यत: दो कार्य का टास्क दिया है। इसमें पहला अस्पतालों में चिकित्सीय सुविधा को पटरी पर लाने की तथा दूसरा हर प्रखंड में किडनी और लीवर फंक्शन टेस्ट सहित रक्त जांच की सुविधा सुनिश्चित कराने की। टीम ने निर्देश दिया है कि टीकाकरण और चिकित्सीय व्यवस्था में संतुलन स्थापित कर सुविधा प्रदान करना है। बता दें कि आठ सदस्यीय केंद्रीय टीम ने तीन दिन तक जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण किया था। इस दौरान अस्पतालों में चिकित्सीय सेवा के बेपटरी होने की बात सामने आई थी। साथ ही खून जांच सहित अन्य जांच व्यवस्था में कमी दिखी। दरअसल आपदा के दौरान अधिकांश चिकित्सा कर्मी, टेक्नीशियन और पदाधिकारियों को कोरोना से लड़ाई की मुहिम में लगा दिया गया था। जिले में कार्यरत 15 लैब टेक्नीशियन में 12 कोरोना जांच एवं चार सौ एएनएम टीकाकरण के कार्य में लगे थे। कई पदाधिकारी व कर्मी जांच सैंपल भेजने, रिपोर्ट और इलाज में कार्यरत थे। अस्पतालों में सामान्य चिकित्सीय सुविधा की सेवा प्रभावित है। अब स्वास्थ्य उपकेंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य सेंटर के कर्मी को कोविड कार्य से मुक्त कर मूल कार्य में वापस किया जाएगा ताकि अस्पतालों में ओपीडी, जांच आदि की सुविधा सुचारू हो सके। टीम ने व्यवस्था पर संतोष जताते हुए सभी प्रखडों में डायग्नोस्टिक सर्विस को दुरूस्त करने का निर्देश दिया है। किडनी फंक्शन टेस्ट (केएफटी) और लीवर फंक्शन टेस्ट (एलएफटी) की सुविधा प्रखंड स्तर पर होना जरूरी बताते हुए सीबीसी जांच के साथ अन्य जांच सुविधा प्रारंभ करने की बात कही।

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कोट

कोविड कार्य से कर्मियों को मुक्त किया जा रहा है। कोविड जांच, टीकाकरण और चिकित्सीय सुविधा के बीच संतुलन बनाए रखने को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है। साथ ही प्रखंड स्तर पर डायग्नोस्टिक सर्विस जल्द शुरू की जाएगी।

सुधांशु नारायण लाल, डीपीएम, जिला स्वास्थ्य समिति, जमुई

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