रेलवे तालाब में गंदगी ही गंदगी, रेल प्रशासन मौन

जमुई। स्टेशन के बगल स्थित रेलवे तालाब में उग आई जलकुंभी से लोग परेशान हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वछता कार्यक्रम का तालाब की स्थिति पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:08 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:08 PM (IST)
रेलवे तालाब में गंदगी ही गंदगी, रेल प्रशासन मौन
रेलवे तालाब में गंदगी ही गंदगी, रेल प्रशासन मौन

जमुई। स्टेशन के बगल स्थित रेलवे तालाब में उग आई जलकुंभी से लोग परेशान हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वच्छता कार्यक्रम का तालाब की स्थिति पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। रेलवे अंतर्गत आने वाले इस तालाब की सफाई का जिम्मा भी रेलवे विभाग का है। इस तालाब का पानी रेलवे क्वाटरों में सप्लाई होता है। बावजूद रेल प्रशासन उदासीन बना है।

शहर में मात्र एक तालाब है। जहां देवी देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन भी होता आ रहा है। इस संबंध में कई बार नगर पंचायत द्वारा मांगपत्र दानापुर डिवीजन के अधिकारी को भेजा गया। बावजूद तालाब की स्थिति में बदलाव नहीं हुआ। बिहार तंबाकू एंड बीड़ी पत्ता व्यापारी संघ के महामंत्री प्रफूलचन्द्र त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता कार्यक्रम की हवा रेलवे प्रशासन ही निकाल रहा है। रेलवे तालाब में गंदगी का अंबार लगा है। जमुई जिला चेंबर ऑफ कॉर्मस के अध्यक्ष सीताराम पोद्दार ने तालाब की गंदगी के संदर्भ में कहा कि इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना होगा। रेलवे इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि इसी तालाब का पानी रेलवे के क्वाटरों में जाता हैं। पूर्व नगर अध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि नगर पंचायत के अधीन आने वाला तालाब की सफाई होनी चाहिए। छठ पर्व में अ‌र्घ्य देने में व्रतियों को आसानी होगी। बिहार खुदरा विक्रेता संघ के पूर्व महासचिव दयाशंकर वर्णवाल ने कहा कि सफाई के लिए कमेटी का गठन होना चाहिए। जो चौक चौराहे पर फैली गंदगी की सफाई के लिए पहल कर सके।

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