डीपीओ खुद करेंगे जांच, वेतन स्थगित का दिया आदेश

जमुई। शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यक्रम पदाधिकारी अश्वनी कुमार ने गलत प्रमाण पत्र पर नौकरी करने की शिक्षक पर लगे आरोप की जांच खुद करने का निर्णय लिया है। साथ ही आरोपित शिक्षक का वेतन तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 07:33 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 07:33 PM (IST)
डीपीओ खुद करेंगे जांच, वेतन स्थगित का दिया आदेश
डीपीओ खुद करेंगे जांच, वेतन स्थगित का दिया आदेश

जमुई। शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यक्रम पदाधिकारी अश्वनी कुमार ने गलत प्रमाण पत्र पर नौकरी करने की शिक्षक पर लगे आरोप की जांच खुद करने का निर्णय लिया है। साथ ही आरोपित शिक्षक का वेतन तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का आदेश दिया है।

डीपीओ ने बताया कि दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए उक्त निर्णय लिया गया है। जांच अवधि के दौरान वेतन स्थगित रहेगा। वो मामले की खुद जांच करेंगे। जांचोपरांत विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। दरअसल दैनिक जागरण अखबार में बुधवार को बीए पास भाई के सर्टिफिकेट पर सातवां पास कर रहा नौकरी शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। मनीष चंद्र नामक व्यक्ति ने आरोप लगाते हुए वरीय पदाधिकारियों से शिकायत की थी कि सातवीं पास केदार महतो अपने बीए पास भाई अनिल कुमार अनल के प्रमाण-पत्र पर नौकरी कर रहा है। खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार को जिला शिक्षा कार्यालय का माहौल बदला-बदला था। कुछ चेहरे परेशान तो कुछ मंद मुस्कुरा रहे थे। बताया जाता है कि पहले तो विभाग को अनिल कुमार अनल नामक शिक्षक का ब्यौरा ही नहीं मिल रहा था। विभिन्न संचिकाओं में नाम ढूंढा गया। करीब चार घंटे बाद विभाग को सूचना मिली कि उक्त शिक्षक अलीगंज प्रखंड के रिषीडीह विद्यालय में कार्यरत हैं। 2013 में प्रखंड शिक्षक के रूप में नियुक्ति हुई थी। उसका वेतन दो साल तक स्थगित रहने के बाद पिछले वर्ष पुन: भुगतान प्रारंभ की गई है।

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कोट

त्वरित जांच कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। तब तक वेतन स्थगित कर दिया गया है।

अश्वनी कुमार, डीपीओ स्थापना,

शिक्षा विभाग, जमुई

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