अब आयुष चिकित्सकों ने होम आइसोलेट होने का लिया निर्णय

जमुई। स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी के होम आइसोलेट होने के बाद अब अपनी मांगों को लेकर आयुष चिकित्सक भी होम आइसोलेट होने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:11 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:16 PM (IST)
अब आयुष चिकित्सकों ने होम आइसोलेट होने का लिया निर्णय
अब आयुष चिकित्सकों ने होम आइसोलेट होने का लिया निर्णय

जमुई। स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मी के होम आइसोलेट होने के बाद अब अपनी मांगों को लेकर आयुष चिकित्सक भी होम आइसोलेट होने का निर्णय लिया है। मांगों को लेकर बुधवार तक आयुष चिकित्सकों ने सरकार के विरोध में काली पट्टी लगाकर कार्य किया। उसके बाद आयुष चिकित्सकों ने 15 मई से होम आइसोलेट होने का निर्णय लिया। आयुष डॉक्टर ऑर्गेनाइजेशन जमुई इकाई के सदस्य डॉ. मुकेश कुमार सिंह,डॉ. जावेद अली, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. विनोद कुमार शर्मा, डॉ. प्रेम कुमार, डॉ. परमानंद कुमार, डॉ. अरविद कुमार गुप्ता, डॉ. शेखर कुमार, डॉ. हंस कुमार पाठक, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. उमेश वर्मा सहित अन्य ने बताया कि नियमितीकरण, समान काम के बदले समान वेतन सहित अन्य वाजिब मांगों को लेकर पूर्व से ही सरकार को अवगत कराते आ रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार एक विभागीय पत्र जारी कर कोरोना कार्यकाल में मृतक के आश्रित को विशेष पारिवारिक पेंशन, अनुकंपा पर नौकरी दिए जाने की बात कही थी, वर्ष 2020 में कोरोना कार्य की लंबित राशि का बकाया, फरवरी 2019 से एरियर का भुगतान सहित अन्य मांग पूरा करने का आग्रह किया गया है। 10 मई से 12 मई तक काली पट्टी लगाकर काम करेंगे। इसे लेकर सिविल सर्जन को ज्ञापन दिया जा चुका है। अगर हम लोगों की मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो 15 मई से होम आइसोलेट हो जाएंगे। इस दौरान लोगों को होने वाली परेशानी की जिम्मेदार सरकार होगी। बता दें कि संविदा कर्मियों के बाद आयुष चिकित्सक भी होम आइसोलेट होते हैं तो स्वास्थ्य विभाग की स्थिति बिगड़नी तय है। कोरोना काल के दौरान संक्रमितों से लेकर अन्य मरीजों के लिए मुसीबत बन सकती है। वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर में आयुष चिकित्सकों की उपयोगिता काफी बढ़ गई है।

chat bot
आपका साथी