दैनिक मजदूरों ने सफाई कार्य किया बंद
नगर परिषद के दैनिक सफाई मजदूरों ने अपने कई मांगों को ले शुक्रवार को अचानक सफाई कार्य बंद कर दिया। स्थानीय गांधी पुस्तकालय में सभी दैनिक सफाई मजदूर इकठ्ठा हुए और नगर परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार पर जाकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। सफाई मजदूरों ने बताया कि हम लोग पहले नगर परिषद के अंदर ही सफाई कार्य करते थे लेकिन पिछले नौ माह से सफाई कार्य एनजीओ को दे दिया गया है। हम लोगों एनजीओ के दिशा-निर्देश पर ही अब सफाई कार्य कर रहे हैं लेकिन एनजीओ द्वारा हम लोगों का बराबर शोषण किया जाता है। एनजीओ हमारे चार सफाई मजदूरों को हटाकर दूसरे मजदूर को रख लिया है जबकि हम लोग कई वर्षो से सफाई कार्य कर रहे हैं तो फिर एनजीओ हमारे साथी को क्यों हटा रही है।
जमुई । नगर परिषद के दैनिक सफाई मजदूरों ने अपने कई मांगों को ले शुक्रवार को अचानक सफाई कार्य बंद कर दिया। स्थानीय गांधी पुस्तकालय में सभी दैनिक सफाई मजदूर इकठ्ठा हुए और नगर परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार पर जाकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। सफाई मजदूरों ने बताया कि हम लोग पहले नगर परिषद के अंदर ही सफाई कार्य करते थे लेकिन पिछले नौ माह से सफाई कार्य एनजीओ को दे दिया गया है। हम लोगों एनजीओ के दिशा-निर्देश पर ही अब सफाई कार्य कर रहे हैं लेकिन एनजीओ द्वारा हम लोगों का बराबर शोषण किया जाता है। एनजीओ हमारे चार सफाई मजदूरों को हटाकर दूसरे मजदूर को रख लिया है, जबकि हम लोग कई वर्षो से सफाई कार्य कर रहे हैं तो फिर एनजीओ हमारे साथी को क्यों हटा रही है। इसके अलावा हम लोग प्रत्येक माह 26 दिन कार्य करते हैं लेकिन 6 दिन की हाजिरी काटकर मात्र 20 दिन की ही मजदूरी हम लोगों को दी जा रही है, वह भी श्रम विभाग द्वारा तय की गई राशि से कम दर पर ही एनजीओ हम लोगों को भुगतान कर रही है। नगर परिषद द्वारा हम लोगों को महीने के सातवें तारीख को ही वेतन भुगतान करने का आदेश दिया गया है लेकिन एनजीओ बराबर हम लोगों को लेट से भुगतान करती है। मजदूरों ने नगर परिषद पर आरोप लगाते हुए बताया कि हम लोग पिछले पांच साल से नगर परिषद के अंदर शहर के साफ-सफाई का कार्य कर रहे हैं। नप द्वारा ईपीएफ के नाम पर हमारे वेतनमान से पैसा भी काट लिया जाता है लेकिन आज तक सभी मजदूरों को उनका ईपीएफ नंबर नहीं दिया गया है। हम लोगों को ईपीएफ खाता खुलने की आशंका भी सता रही है। जब भी हम लोग ईपीएफ खाता नंबर की मांग करते हैं तो टालमटोल कर दिया जाता है। मजबूरन हम लोग सफाई कार्य का बहिष्कार करना पड़ रहा है। महिला सफाई कर्मियों ने सुपरवाइजर मुन्ना साह पर बात करने के तौर तरीका और व्यवहार सही नहीं रसने का आरोप लगाया। यहां यह बताना लाजिमी है कि जब से सफाई कार्य का जिम्मा एनजीओ के हाथों में सौंपा गया है तब से शहर की सफाई व्यवस्था खराब हो गई है। कारण यह है कि आज तक सफाई मजदूर और एनजीओ में आपसी समन्वय स्थापित नहीं हो सका है जिसका खामियाजा शहर वासियों को भुगतना पड़ रहा है। इस अवसर पर सफाई कार्य बहिष्कार और प्रदर्शन करने में छोटू कुमार, बंगाली कुमार, महेश बसफोड, उषा देवी, पूजा देवी, बंटी मल्लिक, संजय कुमार, चंदन कुमार समेत दर्जन भर दैनिक सफाई मजदूर मौजूद थे। -- सफाई मजदूरों से बात हुई। कोई मुद्दा नहीं है। सफाई कर्मी ने हड़ताल वापस ले लिया है। आज शाम में सफाई कार्य कराया जाएगा। हटाए गए दो मजदूरों को वापस कार्य पर रख लिया गया है। इसमें नगर परिषद से जुड़े कुछ लोगों द्वारा राजनीति किया जा रहा है। - अजीत कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, जमुई।