गांव से लेकर घर में हो रही राजनीतिक, मतदाताओं को गोलबंद करने में जुटे प्रत्याशी
जमुई। पांचवें चरण में नौ पंचायत में 24 अक्टूबर को होने वाले मतदान को लेकर बरहट प्रखंड में राजनीतिक सरगर्मी अब तेज हो गई है। विभिन्न पदों के प्रत्याशी चुनाव प्रचार-प्रसार एवं संपर्क अभियान में जुट गए हैं।
जमुई। पांचवें चरण में नौ पंचायत में 24 अक्टूबर को होने वाले मतदान को लेकर बरहट प्रखंड में राजनीतिक सरगर्मी अब तेज हो गई है। विभिन्न पदों के प्रत्याशी चुनाव प्रचार-प्रसार एवं संपर्क अभियान में जुट गए हैं। मतदाता को अपने पक्ष में गोलबंद करने तथा रिझाने के लिए प्रत्याशी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। तरह-तरह के प्रलोभन मतदाताओं को दिए जा रहे हैं।
पंचायत चुनाव में विलेज पालिटिक्स का अहम रोल होता है। मतदाता किसी प्रत्याशी को नाखुश नहीं करना चाहते। इसलिए सभी को वोट देने का आश्वासन दे रहे हैं। ऐसे में प्रत्याशियों के समक्ष उलझन के साथ भ्रम की स्थिति उत्पन्न है। इतना ही नहीं, एक घर के वोटर में भी आपसी सहमति नहीं है। पिता किसी के पक्ष में तो पुत्र किसी के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, अर्थात चुनाव में आपसी रिश्तों में कई गांवों व परिवार में दरार उत्पन्न हो गई। पंचायत चुनाव के प्रचार-प्रसार में वार्ड सदस्य से लेकर जिला परिषद पद के उम्मीदवार हाईटेक प्रचार सामग्री के साथ चुनाव मैदान में पसीना बहाते दिख रहे हैं। प्रत्याशी हैंडबिल पोस्टर, विजिटिग कार्ड, चुनावी घोषणा पत्र आदि प्रचार सामग्री बांटने में जुटे हैं। चुनाव प्रचार की कर्णप्रिय आडियो रिकार्डिंग भी क्षेत्र में बजने लगी है। सभी उम्मीदवार अपने आपको श्रेष्ठ जनप्रतिनिधि साबित करने में जुटे हैं। कोई अपने आप को गरीबों का मसीहा तो कोई महान समाजसेवी, न्यायप्रिय व्यवहार कुशल, सुख-दुख में साथ रहने वाला साबित करने में लगे हैं। अधिकांश प्रत्याशियों को मतदाता के बीच अपनी पैठ भी समझ में आने लगी है, लेकिन अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए चुनाव मैदान में डटे हैं।