दो जिला परिषद सदस्य पद के लिए चार स्नातक सहित दो निरक्षर भी मैदान में

जमुई। पंचायत चुनाव जिले में परवान पर है। तीन चरण में मतदान और मतों की गिनती समाप्त हो चुकी है। चौथे चरण में सोनो प्रखंड में निर्वाचन कार्य संपन्न होना है। यहां 20 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। सोमवार की शाम पांच बजे प्रचार का शोर थम जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:55 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 05:55 PM (IST)
दो जिला परिषद सदस्य पद के लिए चार स्नातक सहित दो निरक्षर भी मैदान में
दो जिला परिषद सदस्य पद के लिए चार स्नातक सहित दो निरक्षर भी मैदान में

जमुई। पंचायत चुनाव जिले में परवान पर है। तीन चरण में मतदान और मतों की गिनती समाप्त हो चुकी है। चौथे चरण में सोनो प्रखंड में निर्वाचन कार्य संपन्न होना है। यहां 20 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। सोमवार की शाम पांच बजे प्रचार का शोर थम जाएगा। इसके बाद प्रत्याशी डोर टू डोर कुछ खास लोगों से मिलेंगे और बूथ प्रबंधन की रणनीति तैयार होगी, लेकिन इन सबके बीच पंचायत सरकार की बुनियाद को लेकर भी बहस छिड़ी है।

पूर्व के पंचायत चुनाव और अब के पंचायत चुनाव में प्रतिनिधि चयन के आधार की तुलना की जा रही है। बताया जाता है कि तब समाज के पढ़े लिखे और सम्मानित व्यक्ति को इस पद के लिए तैयार किया जाता था। अब परिस्थितियां बदल चुकी है। पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव का आधार अब जाति और धर्म के बीच गुट और टोला में सिमट कर रह गया है। ऐसे में शैक्षणिक योग्यता की बात बेमानी हो जाती है। इसके बावजूद जागरण ने पंचायत चुनाव में शिक्षित लोगों की भागीदारी की पड़ताल की है। इस पड़ताल में अच्छे और बुरे दोनों पहलू एक साथ उभरकर सामने आ रहे हैं। फिलहाल बुधवार को सोनो प्रखंड में वोट डाले जाएंगे। यहां पंचायत सरकार में सर्वोच्च सदन की सदस्यता के लिए दो जिला परिषद क्षेत्र है। यहां से कुल 30 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन 30 प्रत्याशियों में चार स्नातक डिग्रीधारी उम्मीदवार मतदाताओं की चौखट पर जा रहे हैं तो दो निरक्षर प्रत्याशी भी जनता की सेवा का अवसर मांग रहे हैं। किसी भी चुनाव में उम्मीदवारी के लिए योग्यता कोई आधार नहीं है लिहाजा इस पर कोई सवाल भी खड़ा नहीं किया जा सकता है। लेकिन चयन का अधिकार मतदाताओं के हाथ में है। उन्हें यह जानने का पूरा-पूरा हक है कि कौन सा उम्मीदवार कितनी योग्यता रखता है। जिला परिषद क्षेत्र संख्या 16 से उम्मीदवारों की योग्यता की बात करें तो 15 में एक स्नातक तथा एक मैट्रिक योग्यताधारी उम्मीदवार हैं। इसके अलावा सभी साक्षर की श्रेणी में हैं। इस मामले में जिला परिषद क्षेत्र संख्या 17 की बेहतर स्थिति है। यहां 15 में तीन- तीन प्रत्याशी स्नातक और इंटर की योग्यता रखते हैं। इसके अलावा अविता कुमारी आठवीं तथा अनीता देवी छठी पास हैं। हालांकि इसी क्षेत्र से दो निरक्षर प्रत्याशी भी मैदान में हैं। शेष छह प्रत्याशी सिर्फ साक्षर है। इन प्रत्याशियों में निवर्तमान जिला परिषद उपाध्यक्ष जुबेदा खातून भी शामिल हैं।

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सोनो प्रखंड से जिला परिषद के प्रत्याशी व उनकी योग्यता

परिषद क्षेत्र संख्या- 16

प्रत्याशी - योग्यता

आइशा खातून- साक्षर

सरिता देवी- साक्षर

प्रीति कुमारी- साक्षर

सुशीला शर्मा- साक्षर

जुबेदा खातून- साक्षर

हसीना खातून- साक्षर

सुधा देवी- साक्षर

संजीता खातून- साक्षर

जयमंती देवी- साक्षर

रबीना खातून- मैट्रिक

चिता देवी- साक्षर

मंजू देवी- साक्षर

प्रियंका कुमारी- स्नातक

शहनाज खातून- साक्षर

हेबुन खातून- साक्षर

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सोनो जिला परिषद क्षेत्र संख्या- 17

आरती देवी- साक्षर

अविता कुमारी- आठवीं

बिमली देवी- निरक्षर

स्वर्ण माला देवी- निरक्षर

पल्लवी देवी- साक्षर

कुमारी अंजू भारती- इंटर

शायमा सबा- स्नातक

नाजिया खातून- साक्षर

रतन प्रिया सिंह- स्नातक प्रतिष्ठा शबनम रहमानी- नवम

गुड़िया कुमारी- इंटर

बसंती देवी- साक्षर

अनीता देवी- छठी

नमिता कुमारी- इंटर

चित्रा कुमारी- स्नातक

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