संभावित उम्मीदवार पंचायत को संवारने का भर रहे दंभ

जमुई। पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजते ही खैरा प्रखंड के 22 पंचायतों में भावी प्रत्याशियों का दंगल शुरू हो गया है। अभी से प्रत्याशी साम-दाम दंड-भेद की राह पर सभी टोटका आजमाने की फिराक में हैं। पुराने दिग्गज युवा मतदाताओं पर नजरें जमाए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 05:57 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 05:57 PM (IST)
संभावित उम्मीदवार पंचायत को संवारने का भर रहे दंभ
संभावित उम्मीदवार पंचायत को संवारने का भर रहे दंभ

जमुई। पंचायत चुनाव की डुगडुगी बजते ही खैरा प्रखंड के 22 पंचायतों में भावी प्रत्याशियों का दंगल शुरू हो गया है। अभी से प्रत्याशी साम-दाम, दंड-भेद की राह पर सभी टोटका आजमाने की फिराक में हैं। पुराने दिग्गज युवा मतदाताओं पर नजरें जमाए हैं। उन्हें लग रहा है कि इस बार के चुनावी समीकरण में युवा मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

इस बार चुनावी गलियारों में मुखिया का पद हाईटेक बना हुआ है। ज्यादातर प्रत्याशियों की नजर मुखिया की कुर्सी पर है। इसके लिए वे वादे की चाशनी में विकास और बेहतर पंचायत देने की कसम खा रहे हैं। मतदाता वादा और इरादा को भांपने में लगे हैं। सभी संभावित प्रत्याशी अपनी गोटी लाल करने में जी जान से जुट गए हैं। चुनाव पर पुराने दिग्गजों के अलावा युवा वर्ग के उम्मीदवारों की नजर है। तमाम राजनीतिक दल के कार्यकर्ता भी पंचायत चुनाव में कई पदों पर अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में जुटे हैं। इंटरनेट मीडिया से लेकर गांव तक में संभावित प्रत्याशियों की सरगर्मी बढ़ती ही जा रही है। संभावित प्रत्याशी मुखिया बनने की संभावना तलाश रहे। मुखिया पंचायत का मुख्यमंत्री होता है। इसी सोच के तहत अधिकतर उम्मीदवार मुखिया पद की होड़ में है, जबकि पंचायत समिति के चुनाव के बाद प्रखंड में निर्वाचित पंचायत समिति सदस्य प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख का चुनाव करते हैं। इसलिए यह भी कई की पसंद बनी हुई है। इसी प्रकार जिला परिषद के निर्वाचित सदस्य अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव करते हैं। इस सीट को लेकर भी खूब गहमागहमी है। पदों के लिए उत्साह कम है, लेकिन छुटभैया नेता इन्हीं पदों पर संतोष करने की मंशा लेकर अपने आकाओं के निर्देश पर कदमताल करते दिख रहे हैं। दावे किए जा रहे हैं कि पूरे पंचायत की सूरत बदल देंगे। कुछ ऐसे दावे भी हैं। इसे जमीन पर उतारना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन सा लगता है, फिर भी वादे कर रहे हैं। चुनाव की सरगर्मी के बीच पंचायतों के विकास की बातें तेज हो गई है। खैरा प्रखंड में 24 नवंबर को मतदान होना है। इसके तहत अभी से ही पंचायतों में प्रत्याशी अपने वोटरों के पास घूमकर अपने मत में वोट लेने को लेकर लोगों को समझा रहे हैं।

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