शक्तियां बढ़ी तो बढ़ सकती है सरपंच पद के उम्मीदवारों की संख्या
जमुई। पंचायत चुनाव 2021 में सरपंच की शक्तियां बढ़ने के साथ इस बार खैरा प्रखंड के सभी पंचायतों में सरपंच प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
जमुई। पंचायत चुनाव 2021 में सरपंच की शक्तियां बढ़ने के साथ इस बार खैरा प्रखंड के सभी पंचायतों में सरपंच प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। जो पहले मुखिया एवं बीडीसी के संभावित उम्मीदवार बनकर क्षेत्र में घूम रहे थे, आज वे सरपंच पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करने में लगे हैं।
सरकार द्वारा पंचायती राज व्यवस्था के तहत कुछ अधिकार दिए जाने के बाद सरपंच पद की शक्तियां अधिक होने पर प्रत्याशियों का रूझान अचानक सरपंच पद के लिए बढ़ गया है। पंच एवं सरपंच का चुनाव बैलट पेपर से होगा, जबकि वार्ड, मुखिया, पंचायत समिति एवं जिला परिषद पद का चुनाव ईवीएम से किया जाएगा। प्रखंड में मुखिया के लिए 22, पंचायत समिति 28, सरपंच के लिए 22, जिला परिषद के लिए तीन, वार्ड सदस्य के लिए 287 एवं पंच पद के लिए 287 पद है। यहां चुनाव आठवें चरण में 24 नवंबर को होगा। खैरा प्रखंड के 287 एवं 15 सहायक केंद्रों पर मतदाता मतदान करेंगे। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 61,469, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 54,262 है।
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सरपंच की बढ़ी शक्तियां
सरपंच को पंचायती राज व्यवस्था के तहत तीन अधिकार दिए गए हैं। सरपंच को ग्रामसभा तथा ग्राम पंचायत की बैठक बुलाने और अध्यक्षता करने का अधिकार मिला है। ग्राम पंचायत की कार्यकारी और वित्तीय शक्तियां भी सरपंच के पास होती है। ग्राम पंचायत के अधीन कर्मचारियों के कार्यों पर भी प्रशासकीय देखरेख और नियंत्रण रखने की शक्ति सरपंच के पास है।
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सरपंच की जिम्मेदारी
अगर ताकत मिलती है तो उसके साथ जिम्मेदारी भी दी जाती है। जाहिर है कि सरपंच को शक्तियों के साथ जिम्मेदारी भी मिली है। इन जिम्मेदारियों में गांव में सड़कों का रखरखाव, पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा देना, सिचाई के साधन की व्यवस्था, दाह संस्कार व कब्रिस्तान का रखरखाव करना, प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देना, खेल का मैदान और खेल को बढ़ावा देना, स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाना, गरीब बच्चों के लिए मुख्य शिक्षा की व्यवस्था आदि शामिल है।