भारतीय संविधान का 71वां वर्षगांठ मनाया गया

जमुई। कचहरी चौक स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर प्रतिमा स्थल पर गुरुवार को बहुजन दलित मोर्चा द्वारा भारतीय संविधान का 71वां वर्षगांठ मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 05:38 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 05:38 PM (IST)
भारतीय संविधान का 71वां वर्षगांठ मनाया गया
भारतीय संविधान का 71वां वर्षगांठ मनाया गया

जमुई। कचहरी चौक स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर प्रतिमा स्थल पर गुरुवार को बहुजन दलित मोर्चा द्वारा भारतीय संविधान का 71वां वर्षगांठ मनाया गया। लोगों ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

मौके पर बहुजन दलित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गोल्डन अंबेडकर ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा और ताकतवर संविधान भारत का है। इसके निर्माण में 2 वर्ष 11 महीना 18 दिन का समय लगा। 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान का मसौदा तैयार कर कमेटी को सौंपा गया। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता खैरा प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष अनिल रविदास तथा संचालन श्यामसुंदर दास ने किया। कार्यक्रम को युवा नेता गौरव सिंह राठौर, अधिवक्ता मनोज पासवान, राहुल रंजन, मनोज दास, सचिन दास, टिकू पासवान, विष्णुदेव दास, विश्वनाथ दास, नीतेश्वर आजाद, सिकंदर दास, अभय सिंह, नयन सिंह आदि ने भी संबोधित किया।

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फोटो- 26 जमुई- 10,16

जेएनएन, जमुई :

गिद्धौर : प्रखंड के सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मध्य विद्यालय धोवघट में प्रधानाध्यापक संजय कुमार मिश्र एवं रतनपुर मध्य विद्यालय के प्रधान अमरेश कुमार सिंह ने संविधान दिवस पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के विषय में जानकारी दी। साथ ही उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। वहीं संकुल संसाधन केंद्र मध्य विद्यालय रतनपुर के संचालक व प्रधानाध्यापक अमरेश कुमार सिंह ने भी भारतीय संविधान की उपयोगिता संविधान के तहत निहित अधिकार एवं इसकी रक्षा के प्रति संकल्प दिलाया। इसके अलावा प्रखंड के सभी विद्यालयों में भी शिक्षकों द्वारा संविधान दिवस मनाया गया।

सोनो : संविधान दिवस के मौके पर गुरुवार को प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में संविधान का पालन करने व राष्ट्र की एकता और अखंडता अक्षुण्ण बनाए रखने की शपथ ली गई। इस मौके पर स्थानीय प्लस टू परियोजना बालिका उच्च विद्यालय में छात्राओं को संविधान के प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। वहीं दूसरी ओर प्रखंड कार्यालय में उपस्थित पदाधिकारियों, कर्मियों एवं जनप्रतिनिधियों ने भी भारतीय संविधान का पालन करने की शपथ ली। बता दें कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने औपचारिक रूप से भारत के संविधान को अपनाया था। जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।

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