सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं रहने से परेशानी
अरवल। केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत योजना एवं राज्य सरकार की मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत
अरवल। केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत योजना एवं राज्य सरकार की मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत खुले में शौचमुक्त बिहार बनाने की कवायद के बीच एक-एक कर पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है। गांवों में इसका असर देखा जा रहा है, लेकिन इन सब के बीच बाजारों में जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बाजारों में सड़कों की स्थिति खुले में शौच की गवाही दे रही है। क्षेत्र के मुख्य बाजार करजाईन समेत किसी भी बाजार में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से बाजार आने वाले लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। हालत ये है कि मेहंदिया, उसरी,वलिदाद,कलेर,चंदा,परासी सहित अन्य कई सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं लेकिन इसपर प्रशासन का बिल्कुल ध्यान नहीं जा रहा है। महिलाओं को होती है परेशानी:
मेहंदिया बाजार में एक भी सार्वजनिक शौचालय का नहीं होना तस्वीर बयां करने के लिए काफी है। एनएच 139 पर स्थित करीब दो किलोमीटर लंबे क्षेत्रफल में फैले इस बाजार में हर दिन सैकड़ों लोग रोजमर्रा के कार्य से आते हैं। प्रत्येक रविवार को बाजार से सटे मधुश्रवा में पशु मेला भी लगता है। इसमें आसपास की कई पंचायतों के लोग आते हैं। मेहंदिया बाजार में महिलाओं की भागीदारी भी अच्छी खासी होती है लेकिन बाजार में आने वाले लोगों और दुकानदारों को शौचालय के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर महिलाओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। शौचालय व प्रसाधन की व्यवस्था नहीं रहने से वो इसका खामियाजा भुगतने को विवश होती हैं। क्या कहते हैं स्थानीय लोग:
पुनुश शर्मा, मनीष कुमार, रवि रंजन कुमार, बाला जी, आलोक कुमार, चन्द्रशेखर कुमार, सुरेन्द्र सिंह, सुजीत कुमार आदि का कहना है कि स्वच्छता अभियान के तहत लगभग घर-घर शौचालय का निर्माण हो चुका है लेकिन अधिकारियों या जनप्रतिनिधियों ने बाजार को इससे उपेक्षित रखा है। इतने व्यस्ततम मेहंदिया बाजार रहने के बावजूद बाजार में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं रहने के कारण यहां के दुकानदार सहित बाजार में आने-जाने वालों को शौच के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। बाजार में शौचालय के साथ-साथ पेयजल की व्यवस्था की सख्त जरूरत है। स्थानीय लोगों ने संबंधित अधिकारियों से जल्द इस समस्या पर ध्यान देने की मांग की है।