जहानाबाद में संचालित हैं 29 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, कहीं डाक्टर नहीं

जहानाबाद कोरोना की तीसरी लहर से पहले गांवों में रहने वालों की स्वास्थ्य सुविधा को दुरुस्त करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस कड़ी में इलाज के साथ-साथ जागरूकता को लेकर संचालित किए गए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की भूमिका अहम हो जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 12:05 AM (IST)
जहानाबाद में संचालित हैं 29 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, कहीं डाक्टर नहीं
जहानाबाद में संचालित हैं 29 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, कहीं डाक्टर नहीं

जहानाबाद : कोरोना की दूसरी लहर में मचे हाहाकार के बाद संभावित तीसरी लहर से पहले गांवों में रहने वालों की स्वास्थ्य सुविधा को दुरुस्त करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस कड़ी में इलाज के साथ-साथ जागरूकता को लेकर संचालित किए गए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की भूमिका अहम हो जाती है। जिले में 29 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित हैं लेकिन इन सेंटरों में कहीं भी डाक्टर की नियुक्त नहीं हुई है।

संसाधनों की कमी के साथ-साथ नियमित रूप से कर्मियों की उपस्थिति नहीं होने से लोगों को जमीनी स्तर पर इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। हेल्थ वेलनेस सेंटर में प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य, संक्रामक रोगों के प्रबंध, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाना है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जब जिला मुख्यालय के सभी बड़े निजी क्लीनिक बंद हो गए थे तब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की ओर ग्रामीण बड़ी उम्मीद के साथ इलाज कराने पहुंचते थे। वहां उस समय लोगों को निराशा ही मिलती थी। अब कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों का इलाज गांव में करने के लिए इन सभी सेंटर को दुरुस्त करने की जरूरत आ गई है। ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही सुविधा :

एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में दो आयुष चिकित्सक, दो एनएएम तथा एक चतुर्थ वर्गीय कर्मी का पद सृजित है। जिले के किसी भी वेलनेस सेंटर में डाक्टर कार्यरत नहीं हैं। परिणामस्वरूप पास के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक ही समय-समय पर जाकर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में सेवा देते हैं। डाक्टरों की प्रतिनियुक्ति नहीं रहने के कारण जो लाभ ग्रामीणों को मिलना चाहिए था वह नहीं मिल पा रहा है। तीसरी लहर को लेकर संभावित तैयारियों में सेंटर को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे कोरोना की तीसरी लहर के बीच अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ सकता है।

कोट----- कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर हम लोग आवश्यक तैयारी में जुटे हुए हैं। डाक्टरों की कमी के कारण हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने में समस्या आ रही है। निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों से वहां समय-समय पर डाक्टर इलाज के लिए जाते हैं।

-डा. अशोक कुमार चौधरी, सिविल सर्जन, जहानाबाद

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