तफरीह कर रहे लोगों पर चटकी लाठी
जहानाबाद वायरस से बचाने के उद्देश्य से सरकार ने लॉक डाउन लगाया है। लॉकडाउन में बेवजह
जहानाबाद
वायरस से बचाने के उद्देश्य से सरकार ने लॉक डाउन लगाया है। लॉकडाउन में बेवजह घरों से बाहर निकलने पर सख्त पाबंदी है। इसके बावजूद भी है कई ऐसे लोग हैं जो मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं। परिणाम स्वरूप जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंडों में तथा अन्य बाजारों में प्रशासन की सख्ती बढ़ी हुई है। बेवजह निकलने वाले लोगों पर मजबूरन पुलिस को लाठी चलानी पड़ रही है। लगातार इस तरह इस सख्ती के बावजूद कुछ विक्षिप्त मानसिकता के लोग अभी भी हैं जिन्हें न तो अपने परिवार की चिता है और न ही समाज की। बहाने कही हैं कोई डॉक्टर के घर जाने की बात कहता है तो कोई दवाई की पर्ची दिखा रहा है। लेकिन जरूरतमंदों की पहचान आसानी से हो जा रही है। लॉकडाउन का उल्लंघन करना न सिर्फ कानून बल्कि हालात को देखते हुए यह सामाजिक अपराध भी है। इस स्थिति में लॉकडाउन का अनुपालन करना समझदार व सजग नागरिक का कर्तव्य है। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान कुछ दुपहिया चालकों के कागजात की भी जांच हो रही है। जरूरी दस्तावेज और हेलमेट नहीं होने पर उनके चालान भी काटे जा रहा हैं। इनमें कुछ दुपहिया चालकों यह भी तर्क देने की कोशिश करते हैं कि उनके पास मास्क तो है।
नियमों का उल्लंघन करने वालों से 85 हजार वसूला
जागरण संवाददाता, जहानाबाद
लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मंगलवार को जिले के विभिन्न थाने की पुलिस ने जांच अभियान चलाया। इस दौरान सड़क पर बेवजह विचरण करने वालों की जमकर पिटाई हुई तो हुई हीं, उनलोगों से जुर्माने की राशि भी वसूल की गई। पुलिस ने लोगों से अपील भी की है कि लॉकडाउन के दौरान बहुत ही जरूरी काम हो तो हीं घर से बाहर निकले। लेकिन इतनी सख्ती के बावजूद कुछ लोग सड़क पर बेवजह विचरण करते देखें जा रहे हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर थाने की पुलिस ने 17 हजार, मखदुमपुर 26 हजार, घोसी नौ हजार, कड़ौना 19 हजार, पाली छह हजार, हुलासगंज छह हजार, काको चार हजार, टेहटा ओपी दो हजार तथा परसविगहा थाने की पुलिस ने छह हजार रूपये बतौर जुर्माने के रूप में वसूल की।