लंबे समय बाद खुले स्कूल, छात्रों में खुशी
जहानाबाद। लंबे समय बाद विद्यालय खुलते ही बच्चों के चेहरे खिल गए। बच्चे समय से पहले तैयार होकर विद्यालय पहुंचे। सोमवार से एक से आठ तक के सरकारी स्कूल और निजी शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई शुरू हो गई।
जहानाबाद। लंबे समय बाद विद्यालय खुलते ही बच्चों के चेहरे खिल गए। बच्चे समय से पहले तैयार होकर विद्यालय पहुंचे। सोमवार से एक से आठ तक के सरकारी स्कूल और निजी शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई शुरू हो गई। स्कूल खुलने पर बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिला।
कोविड-19 के नियमों का अनुपालन भी किया गया लेकिन पहले दिन विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति बहुत ही कम रही। आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय बैदराबाद में 1142 छात्र -छात्राओं का नामांकन है ,लेकिन विद्यालय खुलने पर मात्र 96 ही उपस्थित हो सके। प्रधानाध्यापक जयप्रकाश सिंह ने बताया कि विद्यालय खोलने के पहले कोरोना गाइडलाइन का शत-प्रतिशत अनुपालन किया गया। प्राथमिक विद्यालय मल्ही पट्टी में पहले दिन समन्वयक सूचित कुमार की उपस्थिति में शिक्षकों ने बच्चों को माला पहनाकर कलम और टाफी देकर स्वागत किया । इधर प्राथमिक विद्यालय हसनपुर पिपरा में वैक्सीनेशन कार्यक्रम संचालित रहने के कारण बच्चों की उपस्थिति नहीं हुई।
कलेर प्रखंड के जमुहारी मध्य विद्यालय,प्रावि कोइल भूपत, प्रावि खुशडिग्री, प्रावि गोपालपुर आदि में 30 से 40 फीसदी तक छात्रों की उपस्थिति रही। स्कूलों में प्रवेश के बाद अध्यापकों ने सभी छात्रों को सबसे पहले कोविड के नियम समझाए। आपस में दूरी बनाकर रखनी होगी। लापरवाही से बचना होगा। मास्क लगाकर रखना है और सैनिटाइजेशन करते रहना होगा। लंबे अरसे से घरों में कैद रहने के बाद पहली बार स्कूल आने की खुशी छात्र-छात्राएं एक-दूसरे से जाहिर कर रहे थे। वहीं स्कूलों की तरफ से भी हैंड़वाश, सैनिटाइजर, मास्क व कोविड से जुड़े अन्य उपकरणों की भी व्यवस्था की गई है। सफाई व बैठने की व्यवस्था की गई थी।बिहार सरकार की ओर से कोविड-19 से बचाव को लेकर और हर कक्षा में आधी क्षमता में ही विद्यार्थियों की मौजूदगी के बीच तमाम एहतियात के साथ पठन-पाठन कराने का निर्देश दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय कोयल भुपत के प्रभारी प्रधानाध्यापक राजकुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कक्षाओं में शारीरिक दूरी के मानक का पालन कराया जा रहा है।