जागरुकता व सतर्कता से जंग जीत रहे ग्रामीण इलाके के लोग

जहानाबाद। गांवों में पैर पसार चुके कोरोना वायरस से लोग अब धीरे धीरे निजात पाने लगे हैं। संक्रमण दर में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। यह लॉकडाउन का ही नतीजा माना जा रहा है। बावजूद अभी भी कई गांव है जहां कोरोना से पीड़ित लोग होम आइसोलेशन में रहकर अपना उपचार करा रहे हैं। ऐसा ही एक गांव है रामपुर। वैसे तो इस पंचायत के कई गांवों में लोग संक्रमण के शिकार हुए मगर अब हालात पहले से काफी बेहतर है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:19 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:19 PM (IST)
जागरुकता व सतर्कता से जंग जीत रहे ग्रामीण इलाके के लोग
जागरुकता व सतर्कता से जंग जीत रहे ग्रामीण इलाके के लोग

जहानाबाद। गांवों में पैर पसार चुके कोरोना वायरस से लोग अब धीरे धीरे निजात पाने लगे हैं। संक्रमण दर में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। यह लॉकडाउन का ही नतीजा माना जा रहा है। बावजूद अभी भी कई गांव है जहां कोरोना से पीड़ित लोग होम आइसोलेशन में रहकर अपना उपचार करा रहे हैं। ऐसा ही एक गांव है रामपुर। वैसे तो इस पंचायत के कई गांवों में लोग संक्रमण के शिकार हुए मगर अब हालात पहले से काफी बेहतर है। जानकारी के मुताबिक इस पंचायत के गांव कतरासीन में सबसे पहले इस वायरस की चपेट में एक युवा आये। शुरुआती लक्षण के बाद जांच में पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन को खबर दी गई । इसके बाद पूरे परिवार और आसपास के लोगों की जांच की गई। जिसमें करीब दर्जन भर लोग पॉजिटीव पाए गए। इसके बाद पंचायत के छतियाना एवं रामपुर समेत अन्य गांवों में कैम्प लगाकर जांच की गई। जिसके बाद आंकड़ा करीब साठ पर पहुंच गया। मगर इस बीच लोग होम क्वारंटीन में रहकर चिकित्सकों के परामर्श से उपचार कराए और आज कोरोना को मात दे दी। अब इस पंचायत में महज एक दर्जन लोग ही पॉजिटिव रह गए है। पंचायत के पूर्व मुखिया अवधेश शर्मा बताते है कि कतरासीन के बाद जब रामपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैम्प लगाकर जांच की तो यहां भी कई लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। इसके बाद प्रशासन द्वारा कंटेन्मेंट जोन बनाकर सभी लोगों का होम क्वारंटीन में रखकर उपचार किया गया। लोगों में जागरूकता अभियान चलाया गया तथा जो भी संक्रमित पाए गए उनका हौसला बढ़ाया गया। नतीजा रहा कि आत्मबल और चिकित्सीय परामर्श के बाद लोगों ने कोरोना को मात दी। अब एक दो लोग ही यहां संक्रमित बचे है। वहीं पंचायत में अब दर्जन भर लोग ही संक्रमित हैं जो होम क्वारंटीन में रहकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपचार किया जा रहा है। सिर्फ एक कोरोना पीड़ित को गया एएनपएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। फिर स्वस्थ्य हो घर गए तीन मरीज

जहानाबाद। वैश्विक महामारी का प्रभाव अब जिले में धीरे-धीरे कमने लगा है। एक तरफ लॉकडाउन के कारण मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है वहीं पहले से इलाज को लेकर डेडिकेटेड वार्ड में भर्ती मरीज स्वस्थ होकर घर वापस लौटने लगे हैं। डीसीएचसी के प्रभारी पदाधिकारी ने बताया कि तीन लोगों को घर भेजा गया है। उन्हें होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि इन मरीजों का 10 दिन पूर्व ऑक्सीजन लेबल 60 फीसद तक पहुंच गया था। ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर इत्यादि समस्याओं के परिलक्षित होने के उपरांत भर्ती किया गया था। मरीजों को फिजियोथैरेपिस्ट द्वारा आइसोलेशन वार्ड में निरंतर फेफड़ों एवं श्वास प्रणाली को सुचारू रखने के लिए जरूरी व्यायाम भी करवाए गए थे।

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