जेनरिक स्टोर में मात्र 20 प्रकार की दवा उपलब्ध, मरीजों की बढ़ी परेशानी

जहानाबाद। सरकार गरीबों को सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने पर जोर दे रही है। जिले में इसके लिए खोले गए केंद्र कोरोना काल में कारगर साबित नहीं हो हो रहे। हालत यह है कि आवश्यक 75 दवाइयों में मात्र 20 की हीं फिलहाल उपलब्धता है। जिसके कारण सस्ती दवा खरीदने की उम्मीद लेकर यहां आने वाले लोग निराश होकर वापस चले जाने को बाध्य हो रहे हैं। संक्रमण काल में मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:40 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:40 PM (IST)
जेनरिक स्टोर में मात्र 20 प्रकार की दवा उपलब्ध, मरीजों की बढ़ी परेशानी
जेनरिक स्टोर में मात्र 20 प्रकार की दवा उपलब्ध, मरीजों की बढ़ी परेशानी

जहानाबाद। सरकार गरीबों को सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने पर जोर दे रही है। जिले में इसके लिए खोले गए केंद्र कोरोना काल में कारगर साबित नहीं हो हो रहे। हालत यह है कि आवश्यक 75 दवाइयों में मात्र 20 की हीं फिलहाल उपलब्धता है। जिसके कारण सस्ती दवा खरीदने की उम्मीद लेकर यहां आने वाले लोग निराश होकर वापस चले जाने को बाध्य हो रहे हैं। संक्रमण काल में मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। लेकिन कोरोना के आवश्यक दवाइयां तो दूर की बात सामान्य उपयोग की अनिवार्य दवा भी फिलहाल यहां उपलब्ध नहीं है। सदर अस्पताल परिसर में संचालित जेनेरिक दवा दुकान के संचालक अरुण कुमार ने बताया कि आपूर्ति नहीं होने के कारण लगातार जरूरी दवाइयों का स्टॉक समाप्त होता जा रहा है। जिसके कारण मरीज के पुर्जे अनुसार दवा हम लोग नहीं दे पा रहे हैं। परिणाम स्वरूप कभी कभार मरीज के परिजन से इसे लेकर बहस भी हो जा रही है। यहां गरीब मरीजों को 90 फीसद तक कम कीमत पर जेनरिक दवा उलपब्ध कराया जाता है। जिसके कारण गरीबों को काफी राहत मिलती है। संचालक ने बताया की पारासिटामोल, एजिथ्रोमाइसिन,जिकोविट,विटामिन सी तथा बी समेत अन्य दवाओं की डिमांड बढ़ी है। मांग के अनुसार आपूर्ति नहीं होने से मेडिकल स्टोर से कई दवाएं गायब हो चुकी है। सदर अस्पताल में आने वाले मरीज जेनेरिक स्टोर पर हीं रहते हैं निर्भर

आमतौर पर सदर अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 1000 मरीजों का इलाज होता है, वही इमरजेंसी में भी औसतन 300 मरीज पहुंचते हैं। संक्रमण काल में कई निजी क्लीनिकों में ताले लटके रहने के कारण यहां भीड़ और बढ़ गई है। सदर अस्पताल के चिकित्सकों की पर्ची लेकर लोग दवा के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन यहां दवाइयां उपलब्ध नहीं रहने के कारण अन्य मेडिकल स्टोर की ओर लोगों को रूख करना पर रहा है।

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