हुनर को नवीन पंख, कामयाबी भरी उड़ान

जहानाबाद जहानाबाद में अब जनवादी गीतों की शोर नहीं बल्कि उद्योगों के खटरपटर गूंजने लगा है। हुनर को नवीन का पंख लगा तो कामयाबी उड़ान भरने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 09:33 PM (IST)
हुनर को नवीन पंख, कामयाबी भरी उड़ान
हुनर को नवीन पंख, कामयाबी भरी उड़ान

जहानाबाद : जहानाबाद में अब जनवादी गीतों की शोर नहीं बल्कि उद्योगों के खटरपटर गूंजने लगा है। हुनर को नवीन का पंख लगा तो कामयाबी उड़ान भरने लगा है। कृषि प्रधान जहानाबाद में अब बारूद का गंध नहीं बल्कि अगरबत्ती की खुशबू निकलने लगी। यह संभव हुआ कोरोना संकट के दौरान घर वापस लोगों की इच्छाशक्ति से।

कोरोना महामारी में अपने गांव लौटे श्रमिकों के कारण उद्योग को बड़ा मौका दिया है। श्रमिकों और उद्यमियों को एक प्लेटफार्म पर लाना आसान नहीं था लेकिन जिलाधिकारी नवीन कुमार ने पहल कर करीब 50 श्रेणी से अधिक उद्योगों के लिए अवसर, ताकत और चुनौती के आधार पर रणनीति को धरातल पर उतारा।

बुधवार को एक नवीन उद्योग क्षेत्र का उद्घाटन के मौके पर डीएम ने कहा कि जिले में नए कारोबारियों ने प्लास्टिक उत्पाद, निमार्ण उद्योग, बड़ा आटा मिल, खानपान और वस्त्र उद्योग के साथ पत्थर और काठ के कारोबार के प्रति रूचि ली। अब कहा जा सकता है कि जहानाबाद में शेरवानी, लहंगा, रेडीमेड कपड़े, स्कूल बैग, बच्चों का स्कूल ड्रेस, अगरबत्ती, मसाला सहित अन्य कारोबार में 400 श्रमिकों को रोजगार मिलने की संभावना बनी है।

जिले में बिस्कुट फैक्ट्री, फ्लाई ऐश ब्रेकस, कांटी फैक्ट्री, पैकेट चावल फैक्ट्री, नूडल्स मिनी प्लांट, हैचरी उद्योग, मिनी आटा मिल, अगरबती निर्माण, चावल मूढ़ी उद्योग, बेकरी उद्योग इत्यादि में लगभग एक हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिलेगा। वहीं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 63 आवेदन में से 46 स्वीकृत कर उद्योग प्रारंभ कर दिया गया है। 49 सूक्ष्म उद्योगों को स्थापित करने में पांच करोड़ 20 लाख रूपए की लागत आई है। निजी उद्योग क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने रचनात्मक कदम उठाते हुए उद्योग मार्गदर्शिका का विमोचन किया जिसमें उद्योग लगाने की पूरी प्रक्रिया बताई गई है। अभी तक कुल 64 आवेदन स्वीकृत कर दिये गये है, जिसकी कुल लागत आठ करोड़ 95 लाख रूपए है। इसमें गेट ग्रिल बिल्डिग सामग्री निर्माण, स्टील बॉक्स निर्माण, मुर्गीदाना, रेडीमेड गारमेंटस उद्योग, इंजीनियरिग निर्माण कार्य, मुर्गीदाना निर्माण उद्योग, चावल मूढ़ी निर्माण, पशु आहार निर्माण उद्योग इत्यादि शामिल है। ये सब उद्योग जिले के विभिन्न जगहों पर अधिष्ठापित किया जा रहा। मुख्यमंत्री कुशल श्रमिक उद्यमी कलस्टर योजना अंतर्गत दो बड़े उद्योग लगाया जा रहा है। जिसमें प्लास्टिक सामग्री उत्पादन उद्योग तथा रेडीमेंड गारमेंटस फैक्ट्री शामिल है। इन दोनों उद्योगों में लगभग 80 से 90 लोगों को रोजगार मिलेगा। औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के अंतर्गत पांच उद्योग लगाने के लिए स्थान चिन्हित किया जा रहा है। इसके माध्यम सेबच्चों का स्कूल बैग एवं स्कूल शू निर्माण का कार्य, कॉपी रजिस्टर, एल फोल्डर, फ्लाई लीफ, स्टीक फाईल निर्माण का कार्य, हवाई चप्पल निर्माण उद्योग कार्य, लहठी कंगन निर्माण कार्य इत्यादि किया जाएगा। पिछले दो माह में पांच नए उद्योग को प्रारंभ कर श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। डीएम ने बताया कि 20 दिन के अंदर चार नए उद्योग की शुरुआत की जाएगी जिसमें काशींदाकारी, शेरवानी, लहंगा निर्माण , रेडिमेड लेडिज गार्मेटस एवं लहठी कंगन निमार्ण एवं प्रिटिग प्रेस का उद्योग प्रारंभ हो जाएगा।

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