जहानाबाद में वायरल बुखार की रोकथाम को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्य विभाग

जहानाबाद। सदर अस्पताल में 10 बेड का आक्सीजनयुक्त एक पीकू वार्ड तैयार कर दिया गया है। साथ ही व्यापक स्तर पर बेड बढ़ाने की बात की जा रही है। मच्छर जनित व जल जनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर जलजमाव वाले इलाकों में ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव व फागिग को लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 11:58 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 11:58 PM (IST)
जहानाबाद में वायरल बुखार की रोकथाम को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्य विभाग
जहानाबाद में वायरल बुखार की रोकथाम को लेकर अलर्ट मोड में स्वास्य विभाग

जहानाबाद। वैश्विक महामारी कोरोना के बाद अब वायरल बुखार लोगों को परेशान करने लगा है। खासकर यह रहस्यमय बुखार बच्चों को अपने चपेट में तेजी से ले रहा है। हालांकि जिले में स्थित पुरी तरह नियंत्रण में है फिर भी इस रहस्यमयी बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग है। इससे निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई है।

सदर अस्पताल में 10 बेड का आक्सीजनयुक्त एक पीकू वार्ड तैयार कर दिया गया है। साथ ही व्यापक स्तर पर बेड बढ़ाने की बात की जा रही है। मच्छर जनित व जल जनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर जलजमाव वाले इलाकों में ब्लीचिग पाउडर का छिड़काव व फागिग को लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही रहस्यमयी बुखार को लेकर आवश्यक सुझाव व उपाय बताकर लोगों में जागरूकता लाएगा। ज्यादा प्रभावित मोहल्लों व गांवों को चिह्नित कर वहां टीम भेजकर जांच कराने की भी बात कही जा रही है। सभी पीएचसी में भी होंगे दो स्पेशल बेड

वायरल फीवर के गंभीर रोगियों को लेकर सदर अस्पताल के अलावे प्रखंड स्तर पर भी स्वास्थ्य विभाग इंतजाम करेगा। 10 बेड के पीकू वार्ड के अलावा सभी पीएचसी में दो-दो बेड लगाए जाएंगे ताकि रोगियों की संख्या बढ़ने पर इलाज में कोई परेशानी नहीं हो। इसे लेकर विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। आंगनबाड़ी व आशा कर्मी प्रभावित इलाकों की करेंगी पहचान

वायरल बुखार से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कि जाएगा। इस काम में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका तथा आशा कर्मियों का सहयोग लिया जाएगा। चिहित किए गए क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचकर जांच करेगी। --

वायरल बुखार को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। दवा से लेकर सभी आवश्यक संसाधन की आपूर्ति कर ली गई है। हालांकि अभी जिले में इस बीमारी का प्रकोप काफी कम है। फिर भी हम लोग कोई कोताही बरतने की स्थिति में नहीं है।

डा अशोक कुमार चौधरी, सिविल सर्जन

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