डॉक्टर 58 फीसद कम, स्वास्थ्य सेवाएं बेदम

जहानाबाद। जीव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण के लिए जहानाबाद में कोई इंतजाम नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 10:53 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 10:53 PM (IST)
डॉक्टर 58 फीसद कम, स्वास्थ्य सेवाएं बेदम
डॉक्टर 58 फीसद कम, स्वास्थ्य सेवाएं बेदम

जहानाबाद। जीव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण के लिए जहानाबाद में कोई इंतजाम नहीं है। चिकित्सकों के सृजित पद 193 लेकिन कार्यरत मात्र 85 हैं। सर्पदंश की दवा प्रखंडों में नहीं सुलभ नहीं और एंटीबायोटिक की कमी को देखते हुए मांग की गई है। जहानाबाद जिले के 11.24 लाख आबादी के लिए उपलब्ध संसाधन को लेकर सिविल सर्जन डॉ. श्रवन कुमार से राकेश कुमार ने बातचीत हुई। प्रस्तुत है नागरिकों के सवाल और सिविल सर्जन के जवाब का प्रमुख अंश..।

प्र.- मुफ्त मिलने वाली कितनी दवाएं जहानाबाद जिले में सुलभ है?

उ. - दवाओं संख्या पर मत जाइए। आवश्यक दवाएं एजेंसी से आपूर्ति होती है। दवा स्टॉक पर दैनिक नजर रहती है। समाप्त होने से पहले ही मांग की जाती है ताकि मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो। कुछ एंटीबायोटिक दवा कम थी तो तो मांग की गई है।

प्र. - एंटी रेबीज, टिटनस और सर्पदंश की दवा कितनी है?

उ.- सर्पदंश की एंटी वैक्सीन पीएचसी में फिलहाल तो उपलब्ध नहीं है। सदर अस्पताल में कुछ दवा है। दो हजार डोज की मांग की गई है। आते ही पीएचसी में भी इसे उपलब्ध करा दिया जाएगा। एंटी रेबीज के 1000 डोज मंगाया गया है। अब सभी पीएचसी को आपूर्ति की जाएगी। टिटनस की दवा सभी स्वास्थ केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

प्र.- टीकाकरण के लिए कोल्ड चेन को बनाए रखना जरूरी होता है। बिजली कटने के बाद कोल्ड चेन कैसे बनाए रखा जा सकता है?

उ. - देखिए, कुछ दवाईयों तथा वैक्सीन को कोल्ड चेन मेंटेन करना आवश्यक होता है। स्टोर रूम में पहले से ही पर्याप्त व्यवस्था है। वैसे दवाइयों को रखने के लिए सदर अस्पताल में चार तथा सभी पीएससी में एक-एक रेफ्रिजरेटर उपलब्ध है। कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित रखने को लेकर जिले में पांच विशेष सेंटर बनाए गए हैं। जहां कोल्ड चेन मेंटेन के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। प्र.- फिलहाल विभाग के पास कितने जनरेटर उपलब्ध है

उ.- अब बिजली अच्छी रहती है फिर भी सदर अस्पताल समेत सभी स्वास्थ्य केंद्रों में जनरेटर की सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए अलग से आउटडोर के तहत व्यवस्था संचालित है। जिसका मॉनिटरिग स्वास्थ्य केंद्र के प्रबंधक करते हैं। सदर अस्पताल में दो बड़े जनरेटर के साथ साथ तीन छोटे जनरेटर भी उपलब्ध है। प्र.- जिले में चिकित्सकों और स्वास्थकर्मियों की स्वीकृत पद की तुलना में कितने कार्यरत हैं?

उ . - चिकित्सकों की तो भारी कमी है। जिले में चिकित्सकों के 193 पद सृजित हैं। 108 पद रिक्त हैं और मात्र 85 से काम चल रहा है। हाल में ही बड़ी संख्या में एएनएम की नियुक्ति की गई है। जिससे अन्य कर्मियों की कमी कुछ हद तक दूर हुई है। प्र.- चिकित्सकों की संख्या इधर बढ़ाई गई है या नहीं।

उ.- संक्रमण काल में कई चिकित्सकों की नियुक्ति हुई है। सदर अस्पताल में डॉ अरशद ईमाम, डा अंशु आनंद तथा डॉ अमित कुमार की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा 48 एएनएम की भी नियुक्ति हुई है । प्र.- जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जहानाबाद में क्या इंतजाम हैं?

उ. - देखिए जैविक कचरे के निष्पादन का यहां कोई व्यवस्था नहीं है । सभी सरकारी तथा निजी स्वास्थ्य केंद्रों को जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण कानून का अनुपालन का निर्देश दिया गया है। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई भी की जाती है। जिस स्वास्थ्य केंद्र के आसपास जैविक कचरा फेंका मिलता है उसको संचालक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो रही है।

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