पहला टीका अनिल को, सफलता को कराया हवन
जहानाबाद। कोरोना योद्धा के रूप में जहानाबाद का अनिल कुमार पहला नाम इतिहास के पन्ने में दर्ज हो जाएगा।
जहानाबाद। कोरोना योद्धा के रूप में जहानाबाद का अनिल कुमार पहला नाम इतिहास के पन्ने में दर्ज हो जाएगा। शनिवार को कोरोना का पहला टीका अनिल को लगाया जाएगा। वैक्सीन की सफलता के लिए गांव में हवन-पूजा कराने के साथ पहला टीका लेने की अपनी इच्छा पूरी कर सकेगा।
अनिल कुमार जहानाबाद के सिविल सर्जन के सारथी के रूप में कोरोना संक्रमण के दौरान संक्रमण के खिलाफ लड़ते रहा। पीड़ित लोगों के बीच सिविल सर्जन के साथ रात-दिन काम पर रहते पीड़ित मानवता की सेवा की प्रेरणा मिली थी। अनिल बताते हैं कि प्रधानमंत्री के विचार से प्रेरित होकर इस महामारी से बचाव के लिए खुद को देश की सेवा के लिए समर्पित करने का इरादा बना लिया था।
सिविल सर्जन के सरकारी चालक अनिल कुमार का नाम विभाग के लोग अपनी स्वेच्छा से नहीं बल्कि अनिल ने आगे बढ़कर अपनी इच्छा जाहिर की। कई दिनों के फरियाद के बाद प्रथम लाभार्थी बनने का मौका मिला है। दरअसल कोरोना वैक्सीन को लेकर जहां कई लाभार्थियों में संशय की स्थिति है वहीं अनिल स्वदेश में निर्मित इस वैक्सीन को लेकर अपने-आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की जंग में आगे आकर लोगों को नेतृत्व प्रदान करते रहे हैं। उससे जंग का सहभागी बनने की इच्छा थी। संक्रमण काल में सिविल सर्जन की गाड़ी की चालक की भूमिका निभाते हुए जहां वे इसका सहभागी बन रहे थे वहीं जब वैक्सीन को लेकर देश के वैज्ञानिक अपना दिमाग खफा रहे थे। उस समय अनिल द्वारा वैक्सीन की सफलता को लेकर धार्मिक आयोजन भी किया गया था।अरवल जिले के किजर के रहने वाले अनिल बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग के सबसे वरीय अधिकारी के चालक होने के नाते मेरा भी कर्त्तव्य बनता है कि इस कार्य में आगे रहें। उन्होंने बताया कि शनिवार को वैक्सिनेशन के लिए एक घंटा पहले पहुंच जाएंगे। इसे लेकर मेरे अंदर संशय नहीं बल्कि उत्साह हैं कि हमारे वैज्ञानिकों ने स्वदेशी तकनीक से कोरोना को मात देने वाले वैक्सीन का निर्माण कर लिया है।