गले में लटका मास्क पुलिस को देखते ही नाक पर
जहानाबाद मास्क तो साथ में है ही फिर पुलिस से डर काहे का अभी बहुत गर्मी है इसे नीचे लटका कर ही रखते हैं।
जहानाबाद : मास्क तो साथ में है ही फिर पुलिस से डर काहे का, अभी बहुत गर्मी है इसे नीचे लटका कर ही रखते हैं। जहां कहीं जांच होगी इसे ठीक कर लेंगे। आमतौर पर लोग इसी अंदाज में मास्क का उपयोग कर रहे हैं। लोगों का यह अंदाज भले ही प्रशासनिक कार्रवाई से उसे बचा ले लेकिन संक्रमण के प्रभाव से यह लापरवाही नहीं बचा सकता है। इधर कुछ दिनों से मास्क के उपयोग को लेकर प्रशासनिक स्तर पर जांच पड़ताल की प्रक्रिया तेज हो गई है।
परिणामस्वरूप लोग भी घर से निकलते समय साथ में मास्क जरूर ले रहे हैं, लेकिन इसे सही तरीके से लगाने के बजाय नाक के नीचे लटका कर ही ज्यादा लोग चलते हैं। इस तरह मास्क लगाने वाले लोगों का कहना था कि गर्मी बहुत है ज्यादा देर तक मास्क बर्दाश्त नहीं होता है। जहां कहीं पुलिसकर्मी नजर आते हैं इसे सही कर लेता हूं। लोगों की यह संकीर्ण सोच संक्रमण के रफ्तार को और अधिक बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। इतना ही नहीं कई दुकानदार भी गले में मास्क लटकाए दिख रहे हैं। इस तरह से मास्क लगाने से संक्रमण से बचाव की दिशा में कोई लाभदायक साबित नहीं हो सकता है। एक और जहां बढ़ रहा संक्रमण चिता का विषय बनता जा रहा है वहीं दूसरी ओर लोगों द्वारा खुद की हिफाजत में भी लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे करने वाले लोग अपने आप के साथ साथ अपने स्वजनों तथा समाज के लोगों को भी वायरस की सौगात दे सकते हैं। कोई भी कार्रवाई लोगों की आदतों को तब तक नहीं बदल सकती है। जब लोग खुद इसके लिए संकल्पित नहीं होंगे। कोरोना की जंग में स्वास्थ्य कर्मी समेत अन्य अधिकारी दिन-रात जुटे हुए हैं। लेकिन इस जंग को तभी जीत सकते हैं जब आम अवाम का सहयोग भी इस दिशा में मिले।