जिउतिया व्रत के लिए बाजार रहा गुलजार

जहानाबाद जिउतिया व्रत के खरीदारी के लिए बाजार में भीड़ रही। फल-सब्जी से लेकर पकवान के लिए महिलाओं ने खूब खरीदारी की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Sep 2020 10:37 PM (IST) Updated:Tue, 08 Sep 2020 10:37 PM (IST)
जिउतिया व्रत के लिए बाजार रहा गुलजार
जिउतिया व्रत के लिए बाजार रहा गुलजार

जहानाबाद : जिउतिया व्रत के खरीदारी के लिए बाजार में भीड़ रही। फल-सब्जी से लेकर पकवान के लिए महिलाओं ने खूब खरीदारी की। बाजार में महिलाएं जिउतिया का निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन माताएं अपनी संतानों की सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिये पूरे दिन तथा पूरी रात 24 घंटे तक निर्जला उपवास करती हैं।

इस बार आश्विन कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि नौ सितंबर की रात में नौ बजकर 46 मिनट पर प्रारंभ होगा और 10 सितंबर की रात 10 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। 10 सितंबर को अष्टमी में चंद्रोदय का अभाव है, इसी दिन जिउतिया पर्व मनाया जाएगा। व्रत से एक दिन पहले सप्तमी नौ सितंबर की रात महिलाएं नहाय-खाए करेंगी। गंगा सहित अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने के बाद मड़ुआ रोटी, नोनी का साग, कंदा, झिमनी आदि का सेवन करेंगी। व्रती स्नान- भोजन के बाद पितरों की पूजा भी करेंगी। नहाय-खाय की सभी प्रक्रिया नौ सितंबर की रात नौ बजकर 47 मिनट से पहले ही करना होगा। क्योंकि नौ बजकर 47 मिनट के बाद अष्टमी तिथि शुरू हो जाएगी। जिउतिया व्रत का पारण करने का शुभ समय 11 सितंबर की सुबह सूर्योदय से लेकर दोपहर 12 बजे तक रहेगा। व्रती महिलाओं को जिउतिया व्रत के अगले दिन 11 सितंबर को 12 बजे से पहले पारण करना होगा।

बाजार में स्थानीय लोक परंपरा के अनुसार हरी सब्जी में नोनी का साग, झींगनी, मडुआ, कंदा सहित अन्य सब्जियों का भाव आसमान छू रहा था। कंदा 60 रुपये किलो, नोनी साग 60 रुपये, सतपुतिया 10 रुपये में 100 ग्राम की दर से बिका।

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