जहानाबाद में अधूरे नाले से नारकीय बना है दौलतपुर

राजा बाजार से वार्ड संख्या तीन दक्षिणी दौलतपुर मोहल्ले में प्रवेश करते हीं सड़क के किनारे गड्ढे खुदे हुए दिखते हैं। जगह-जगह पर सड़क पर पानी भी जमा मिल जाता है। दरअसल इसी पानी की निकासी के लिए हीं यहां नाला का निर्माण बुडको द्वारा कराया जाना था। एक करोड़ 46 लाख की लागत से इस बड़े नाले के निर्माण को लेकर गड्ढे खोदे गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 10:52 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 10:52 PM (IST)
जहानाबाद में अधूरे नाले से नारकीय बना है दौलतपुर
जहानाबाद में अधूरे नाले से नारकीय बना है दौलतपुर

जहानाबाद । राजा बाजार से वार्ड संख्या तीन दक्षिणी दौलतपुर मोहल्ले में प्रवेश करते हीं सड़क के किनारे गड्ढे खुदे हुए दिखते हैं। जगह-जगह पर सड़क पर पानी भी जमा मिल जाता है। दरअसल इसी पानी की निकासी के लिए हीं यहां नाला का निर्माण बुडको द्वारा कराया जाना था। एक करोड़ 46 लाख की लागत से इस बड़े नाले के निर्माण को लेकर गड्ढे खोदे गए थे। जोर शोर से खुदाई प्रारंभ हुई थी। लेकिन अचानक कार्य बंद हो गया। अब पिछले एक साल से नाले के लिए खोदे गए गड्ढे मोहल्ले वासियों को परेशान कर रहा है। कई लोग इसमें गिरकर जख्मी भी हो गए हैं। बड़े लोगों को हमेशा बच्चों पर नजर रखना पड़ता है ताकि वे इस गहरे गड्ढे की ओर नहीं जा सकें। नाले का निर्माण कार्य बंद होने के पीछे तकनीकी समस्या बताया जा रहा है। नाम के अनुरूप दौलतपुर को सुविधा संपन्न कराने के उद्देश्य से मोहल्ले के दक्षिण अंतिम छोर पर अवस्थित महादलित टोले तक 84 लाख की लागत से सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था। लेकिन एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी यह अभी अधूरा हीं है। जिसके कारण शहर में रहने के बावजूद भी दर्जनों घर के लोग बरसात में मोटरसाइकिल से आ जा नहीं सकते हैं। दरधा नदी में जब उफान आता है, तब इस मुहल्ले के दर्जनों घर के लोग कुछ दिनों के लिए विस्थापित हो जाते हैं। फिर पानी कम होने के उपरांत वे नए सिरे से अपना बसेरा बनाते हैं। इसमें से कई ऐसे घर भी हैं जो रैयती जमीन पर बसे हैं फिर भी बाढ़ से नुकसान के उपरांत मुआवजा नहीं मिल पाता है।पिछले वर्ष तकरीबन 30 घरों को पानी से काफी क्षति पहुंची थी। जिसका सर्वे भी हुआ था लेकिन मुआवजे के नाम पर अभी तक कुछ भी नहीं मिल सका है। नगर परिषद द्वारा संचालित योजना के तहत इस वार्ड में गली नली की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से कई कार्य भी कराए गए हैं। हाल में हीं राजेश पासवान के घर से मेन रोड तक,गुड्डू शर्मा के मकान से रेलवे लाइन पर तथा छोटे सिंह के मकान से गोरैया स्थान तक साढे सात-सात लाख की लागत से नाली तथा पीसीसी की ढलाई का कार्य हुआ है।लेकिन पुराने घर निर्मित नाले से काफी नीचे हो गया। जिसके कारण घरों का पानी इन नलियों के माध्यम से निकलना संभव नहीं है। परिणामस्वरूप नवनिर्मित नालियां भी शोभा की वस्तु बनकर रह गई। दलित तथा महादलितों समुदाय की बहुलता वाले इस मोहल्ले में सरकारी स्तर पर कोई विद्यालय संचालित नहीं है।जिसके कारण बच्चों को दूसरे वार्ड में सरकारी विद्यालय में पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। वार्ड एक नजर में आबादी - आठ हजार

मतदाता - 5200

आंगनबाड़ी केंद्र- दो

सरकारी विद्यालय--एक भी नहीं

चौहदी

उतर-एचएच 110

दक्षिण-दरधा नदी

पूर्व - रेलवे लाइन

पश्चिम-जहानाबाद कॉलेज जहानाबाद क्या कहते हैं स्थानीय लोग

नाले का निर्माण न होने से दिन प्रतिदिन समस्या बढ़ रही है। हम लोग इसे लेकर संबंधित अधिकारियों से भी फरियाद कर चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

गुड्डू कुमार

फोटो-10 अभी तो थोड़ा पानी कम है, बरसात में तो घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। जलजमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप भी दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है।

अमरेश पासवान

फोटो-11 यहां समस्याओं का अंबार है। सड़क बननी थी, लेकिन उसका भी निर्माण पूरा नहीं हो सका। सरकारी स्तर पर जो कार्य होना चाहिए था वह नहीं हो रहा है।

काली पासवान

फोटो-12 मोहल्ले में नल जल का कार्य भी पूरा हो गया है। लेकिन नल से पानी कभी-कभार ही आता है। जबकि नगर परिषद को नियमित टैक्स हम लोग देते हैं।

सोनू लाल शास्त्री

फोटो-13 साहेब लोग आए थे बाढ़ से क्षति का जायजा भी लिए थे। उस समय कहा गया था कि आप लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन अभी तक एक रुपये भी नहीं मिला।

मंजू देवी

फोटो-14 सुनें वार्ड पार्षद की

हमारे पास संसाधन तथा फंड दोनों सीमित है। हमेशा प्रयास में रहती हूं कि वार्ड वासियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। अधूरे नाले तथा सड़क को लेकर बुडको से लगातार संपर्क किया जा रहा है। लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है।

श्वेता देवी

फोटो-15

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