सीआरपीएफ जवान का शव आते ही घर में मचा कोहराम

जहानाबाद शकूराबाद थाना क्षेत्र के चिरैयाटांड़ गांव में सीआरपीएफ के जवान सुनील कुमार 29

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:34 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:34 PM (IST)
सीआरपीएफ जवान का शव आते ही घर में मचा कोहराम
सीआरपीएफ जवान का शव आते ही घर में मचा कोहराम

जहानाबाद

शकूराबाद थाना क्षेत्र के चिरैयाटांड़ गांव में सीआरपीएफ के जवान सुनील कुमार 29 वर्ष का शव आते ही घर में कोहराम मच गया। जैसे ही शव घर पहुंचा शव से लिपट कर पत्नी लक्ष्मी देवी, माता दीपा मनी देवी दहाड़ मार कर रोने लगी। आसपास की महिलाएं ढांढ़स बंधा रही थी। पिता सुबेलाल यादव के आंख अश्रु धारा बह रही थी।

मालूम हो कि मृतक जवान 2013 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था। छत्तीसगढ़ में 230 बटालियन में पोस्टेड था। गत 13 अप्रैल को अपने बहन की शादी के लिए छुट्टी लेकर घर आया हुआ था। 26 अप्रैल को बहन की शादी के उपरांत अपने ममेरी बहन की शादी में जईविगहा गया हुआ था। आठ मई को अचानक तबीयत खराब हो गई और उसे जहानाबाद सदर अस्पताल ले जाया गया जहां से बेहतर इलाज के लिए गया रेफर कर दिया गया। वहां भी तबीयत में सुधार नहीं होता देख पटना राजेश्वरी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान मंगलवार की रात मौत हो गई। मौत की खबर जैसे ही बटालियन को मिली गार्ड ऑफ ऑनर देने के लिए 47 बटालियन कोइलवर के एसआई कामेश्वर दुबे के साथ सीआरपीएफ के जवान चिरैयाटांड़ पहुंचे जहां शव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 16 राउंड गोली की सलामी दी गई तदोपरांत मृतक के छोटे भाई अरुण कुमार द्वारा पैतृक गांव पर ही मुखाग्नि दी गई। बताया जाता है कि मृतक जवान की दो शादी हुई थी। पहली शादी से दो बच्ची चांदनी कुमारी व संध्या कुमारी थी जबकि पत्नी की मौत नौकरी लगने के दो माह पहले हो गयी थी। सीआरपीएफ में नौकरी के बाद दूसरी शादी जहानाबाद देवरिया मोहल्ला के लक्ष्मी देवी के साथ हुई थी। जिससे एक बच्ची भी है। हालांकि ग्रामीणों ने बताया कि मृतक जवान काफी मिलनसार व्यक्ति था। जब भी गांव में छुट्टी पर आता था तो लोगों से हाल चाल लेते रहता था। तीन भाइयों में सबसे बड़े होनहार पुत्र खोने का गम पिता सिर्फ शव को निहारते रहे। इधर शव पहुंचते ही बीडीओ रामनाथ कुमार, मुखिया गीता देवी, समाजसेवी युगल किशोर सिंह, थानाध्यक्ष राज किशोर प्रसाद दल बल के साथ मौजूद रहे। हालांकि मुखिया द्वारा कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 3000 रुपये मृतक के परिजन को दिया गया। वही कोईलवर से आएसीआरपीएफ के एसआई कामेश्वर दुबे ने बताया कि परिजनों को कुछ लाभ दिया गया है। शेष लाभ एक-दो दिन में कागजी प्रक्रिया के उपरांत परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी