वैक्सीनेशन को लेकर केंद्रों पर लगी कतार, कोरोना को हराने की मुहिम में जुटे लोग
जहानाबाद कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना बनी हुई है लेकिन अब वैक्सीनेशन रूपी हथियार से लोग इसे मात देने में जोर शोर से जुट गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी इसे लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जहानाबाद: कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना बनी हुई है लेकिन अब वैक्सीनेशन रूपी हथियार से लोग इसे मात देने में जोर शोर से जुट गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी इसे लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को इस अभियान का असर देखा गया। शिविर में लंबी कतार टीकाकरण को लेकर लोगों में बढ़ी जागरूकता को प्रदर्शित कर रही है। दोपहर दो बजे तक 11 सौ से अधिक लोग कोरोना का टीका लगवा चुके थे। लोगों में इसे लेकर उत्साह देखा जा रहा था। लोगों का कहना था कि टीकाकरण से ही कोरोना को पूरी तरह हराया जा सकता है। समय 12: 30
जीएनएम वैक्सीनेशन सेंटर में कोरोना को मात देने का जज्बा लोगों में दिख रहा था। युवाओं की भीड़ लगी हुई थी। पंक्ति में खड़े विजय कुमार ने बताया की वैक्सीनेशन को लेकर कई दिन सोच रहे थे लेकिन आज टीकाकरण को लेकर सेंटर पर आए हैं। जिस तरह से संक्रमण की दूसरी लहर प्रभावी रहा है। उसमें हर किसी को टीकाकरण की जरूरत आ गई है। संगीता देवी ने बताया कि टीकाकरण से युक्त होकर कोरोना को हराया जा सकता है। सभी लोगों को वैक्सीन लगवाना चाहिए। समय 1:00 बजे
काउंटर पर पंजीयन कर रहे कर्मी ने बताया कि पहले डोज के साथ दूसरे डोज का टीका लगाया जा रहा है। टीकाकरण को लेकर लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इस बीच टीका लेकर बाहर निकले उमेश प्रसाद ने बताया कि वैक्सीन लेने में कोई परेशानी नहीं हुई। रूप देवी का कहना था कि पहले से मन में संशय था लेकिन टीका लेने के बाद काफी अच्छा लग रहा है। कतार में खड़े लोग उमस भरी गर्मी में भी पूरे धैर्य के साथ अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
समय 1: 30 बजे
टीका लगाकर बाहर निकलने वाले लोगों के चेहरे खिले हुए थे। लोगों का कहना था कि टीकाकरण की प्रक्रिया आम सुई की तरह ही है। कोई दर्द का अनुभव नहीं हो रहा है। बिना किसी संकोच के लोग आएं और कोरोना से बचाव को लेकर टीका जरूर लगवाएं। स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीनेशन के कार्य में पूरी निष्ठा से जुड़े थे। अभी तक 1100 से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका था। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिस तरह से लोगों में उत्साह बढ़ा है। उससे यह उम्मीद की जा सकती है कि संभावित तीसरी लहर से लड़ने को लेकर लोग पुख्ता तैयारी में जुट गए हैं।