बंदी की मौत के बाद ग्रामीणों का फूट पड़ा गुस्सा, महिलाएं भी लाठी लेकर उतरीं

जहानाबाद सरता निवासी गोविद मांझी की मौत के बाद ग्रामीणों ने जहानाबाद-अरवल राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 110 पर अवस्थित नेहालपुर में शनिवार की सुबह से ही माहौल उग्र नजर आया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 11:28 PM (IST)
बंदी की मौत के बाद ग्रामीणों का फूट पड़ा गुस्सा, महिलाएं भी लाठी लेकर उतरीं
बंदी की मौत के बाद ग्रामीणों का फूट पड़ा गुस्सा, महिलाएं भी लाठी लेकर उतरीं

जहानाबाद: सरता गांव निवासी गोविद मांझी की मौत के बाद ग्रामीणों ने जहानाबाद-अरवल राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 110 पर अवस्थित नेहालपुर में शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे से ही माहौल उग्र नजर आ रहा था। दरअसल बड़ी संख्या में लोग लाठी डंडे से लैश होकर वाहनों को रोक रहे थे। पहले तो आसपास के लोगों को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। गोविंद की मौत औरंगाबाद जिले के दाउदनगर मंडल कारा में हुई है। सड़क जाम कर रहे लोगों का आरोप था कि पुलिस प्रताड़ना के कारण मौत हुई है।

हालांकि सूचना मिलते ही झुनाठी पिकेट की पुलिस वहां पहुंची। पुलिस को देख लोग आक्रोशित होने लगे। स्थिति की नजाकत को देखते हुए परसविगहा तथा शकुराबाद थाने की पुलिस को वहां भेजा गया। लोगों का आक्रोश कम होने के बजाए और ही बढ़ता जा रहा था। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार पांडेय दल बल के साथ वहां पहुंचे। लेकिन सड़क जाम कर रहे लोगों की भीड़ में कई असामाजिक तत्व के लोग भी शामिल थे। उनलोगों का उद्देश्य मंडल कारा में बंद युवक की इलाज के दौरान मौत के परिजनों को इंसाफ दिलाने के बजाए यहां अव्यवस्था पैदा करना था। यही कारण था कि मुद्दे की बात की बजाए पुलिस को हुड आउट किया जा रहा था। देखते ही देखते यहां का माहौल और भी उग्र हो गया। सड़क जाम कर रहे लोगों के बीच से ईंट पत्थर गिरने लगे। परिणामस्वरुप मामला सुलझने की बजाए टकराहट में तब्दील हो गया।

दरअसल सड़क जाम के दौरान पुरुष के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिलाएं भी लाठी डंडे से लैश थी। यहां इंसाफ की बात पर सड़क जाम की गई थी। लेकिन इस तरह से लाठी डंडे एवं ईंट पत्थर जिससे लोग लैश थे उससे यह साबित होता है कि इस घटना की आड़ में पुलिस की खूनस निकालने की कोशिश कुछ लोग कर रहे थे। मान मनौव्वल के बीच में ही ईंट पत्थर की बरसात होने लगी। परिणामस्वरु पुलिस को हवाई फायरिग भी करना पड़ा। हालांकि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की माने तो सड़क जाम कर रहे लोगों द्वारा भी फायरिग की गई है। अव्यवस्था की इस माहौल में ऐसी भगदड़ मची जो जहां खड़े थे वहां से भागने में ही अपनी भलाई समझ रहे थे। देखते ही देखते यह इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। पुलिस कर्मियों को भी भाग कर अपनी जान बचानी पड़ रही थी। इसी भगदड़ में तकरीबन 10की संख्या में जहां पुलिस कर्मी जख्मी हो गए वहीं अज्ञात वाहन की चपेट में आने से डयूटी पर तैनात महिला हवलदार कांति देवी की मौत हो गई।

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