जहानाबाद में रेफरल अस्पताल में डाक्टरों के 13 पद, तैनाती मात्र पांच की
जहानाबाद कोरोना की संभावना के बीच स्वास्थ्य विभाग संसाधनों को मजबूत करने में लगा हुआ है। रेफरल अस्पताल घोसी की हालत यह है कि यहां सृजित पद के अनुरूप डाक्टर व कर्मचारियों की तैनाती नहीं है। यहां डाक्टर के 13 पद सृजित हैं जबकि तैनाती मात्र पांच की है।
जहानाबाद: कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच स्वास्थ्य विभाग संसाधनों को मजबूत करने में लगा हुआ है। वहीं रेफरल अस्पताल घोसी की हालत यह है कि यहां सृजित पद के अनुरूप डाक्टर व कर्मचारियों की तैनाती नहीं है। यहां डाक्टर के 13 पद सृजित हैं जबकि तैनाती मात्र पांच की है। यहां एक भी शल्य चिकित्सक नहीं हैं। अस्पताल में रात्रि प्रहरी तक का पद खाली है।
कोरोना की दूसरी लहर के समय बड़ी संख्या में ग्रामीण यहां इलाज के लिए आ रहे थे। यहां कई तरह के संसाधन भी उपलब्ध कराए गए थे। इससे कई लोगों की जान भी बचाई गई थी। अब तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। स्वास्थ्य महकमा अभी कोई तैयारी नहीं कर रहा है। विभाग के पास संसाधन नहीं है। रेफरल अस्पताल की जिम्मेदारी सभी तरह के मरीजों को संपूर्ण इलाज देना होता है। अस्पताल की बदहाली के कारण प्रखंड के लोग छोटी-छोटी बीमारियों पर भी सीधे सदर अस्पताल का ही रुख करते हैं। टेक्नीशियन के अभाव में एक्स-रे मशीन बंद है। अस्पताल में उपलब्ध एंबुलेंस को चलाने के लिए सरकारी चालक नहीं है। एक नजर में रेफरल अस्पताल
डाक्टरों का सृजित पद-13
कार्यरत डाक्ट- 05
शल्य चिकित्सक - 00
एक्स-रे टेक्नीशियन- 00
ड्रेसर- 00
फार्मासिस्ट- 02
आक्सीमीटर-18
एम्बुलेंस-01
कोट--------- कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 30 बेड की व्यवस्था की गई है। कोरोना की पहली लहर में इस अस्पताल से दो सौ से अधिक अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जो भी संसाधन हमारे पास उपलब्ध है उससे हम लोग तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रहे हैं। इस समय टीकाकरण पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
डा. बीके झा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी