जानलेवा बनी मंत्री जी के गांव जाने वाली सड़क, सकला पथ भी जर्जर

जिले में ग्रामीण सड़कें बदहाल हो गई हैं। बारिश के बाद इन सड़कों पर आवागमन खतरे से खाली नहीं रह गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 05:13 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 05:13 PM (IST)
जानलेवा बनी मंत्री जी के गांव जाने वाली सड़क, सकला पथ भी जर्जर
जानलेवा बनी मंत्री जी के गांव जाने वाली सड़क, सकला पथ भी जर्जर

- कीचड़ से पट गई ख्वाजेपुर जाने वाली सड़क, रोजाना हो रहे हादसे

- मानसून की पहली बारिश में ही उखड़ने लगी है सकला की सड़क

जागरण टीम, गोपालगंज: मानसून की पहली बारिश होने के साथ ही ग्रामीण इलाकों की सड़कों की दशा की पोल खुलने लगी है। जिले के सभी गांव पक्की सड़कों से जुड़ गए हैं, लेकिन अब ग्रामीण सड़कों की दशा बदहाल होने लगी है। इन बदहाल सड़कों में सूबे के सहकारिता मंत्री सुभष सिंह के गांव जाने वाली सड़क से लेकर प्रखंड मुख्यालय को गांवों से जोड़ने वाली सड़कें भी शामिल हैं। सहकारिता मंत्री के गांव जाने वाली सड़क तो जानलेवा बन गई है। यही दशा सिधवलिया प्रखंड मुख्यालय से कई गांवों को सीधे जोड़ने वाले सकला-विशुनपुरा पथ का है।

बारिश के बाद इन सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं रह गया है। इन सड़कों से होकर गुजर रहे ग्रामीण हादसे के शिकार होकर घायल हो रहे हैं। सदर प्रखंड का ख्वाजेपुर गांव में गोपालगंज के विधायक सह सूबे के सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह का पैतृक घर है। जिला मुख्यालय से ख्वाजेपुर को जोड़ने के लिए पक्की सड़क बनी है, लेकिन अब मंत्री जी के गांव जाने वाली सड़क जानलेवा बन गई है। ख्वाजेपुर के मलाही टोला के ग्रामीण बताते हैं कि गांव के आसपास एग ट्रे यूनिट, मुर्गी फार्म, डेयरी फार्म है। यहां के कई युवक स्वरोजगार कर अपनी जीविका चलाने के साथ ही कई लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। यहां से दूध, अंडा, एग ट्रे जिले के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई की जाती है। वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। अब ख्वाजेपुर गांव जाने वाली सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। कीचड़ से पटी इस सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। आए दिन लोग कीचड़ से पटी इस सड़क पर फिसलने से घायल हो रहे हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क की दशा ठीक करने के लिए पदाधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से कहा गया। मंत्री के गांव जाने वाली सड़क की दशा सुधारने की दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की गई। दूसरी तरफ सिधवलिया प्रखंड मुख्यालय से कई गांवों को सीधे जोड़ने वाले सकला-विशुनपुरा पथ की खराब दशा ग्रामीणों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। ग्रामीण बताते हैं कि साल 2017 के पहले सकला- विशुनपूरा पथ गड्ढ़े में तब्दील था। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत इस पथ का कालीकरण किया गया। लेकिन तीन साल में ही यह सड़क उखड़ने लगी। इसी बीच पिछले साल आई बाढ़ में यह पथ गंगवा घोघारी पुल के दोनों तरफ से उखड़ गया। संवदेक ने आनन फानन मे गिट्टी, कंकड़ देकर कालीकरण कर दिया। मानसून की पहली बारशि में ही घोघारी पुल के दोनों तरफ यह सड़क उखड़ कर ढहने लगी है। अब सड़क पतली हो जाने से इस सड़क से चार पहिया वाहन में बैठकर गुजरने वाले हादसे के शिकार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर इस सड़क की दशा ठीक नहीं की गई तो सड़क पूरी तरह से कट जाएगी। कई गांवों के ग्रामीणों का प्रखंड मुख्यालय से सीधे जोड़ने वाली इस सड़क पर आवागमन बंद हो जाएगा।

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