कोरोना को हराने वालों को मधुमेह का बढ़ा दर्द

जिले में कोरोना अब दम तोड़ने लगा है। संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 04:33 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 04:33 PM (IST)
कोरोना को हराने वालों को मधुमेह का बढ़ा दर्द
कोरोना को हराने वालों को मधुमेह का बढ़ा दर्द

जागरण संवाददाता, गोपालगंज: जिले में कोरोना अब दम तोड़ने लगा है। संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन घटने के साथ ही कोरोना को मात देने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना से ठीक होने वाले लोगों का शुगर लेबल बढ़ने के मामले सामने आने से उनके सामने एक नई परेशानी खड़ी होने लगी है। कोरोना उसे मात देने वाले संक्रमितों को मधुमेह का दर्द दे गया है।

कोरोना को मात देकर ठीक होने वाले दस फीसद लोग मधुमेह के मरीज हो गए हैं। इनमें अधिकांश ऐसे लोग हैं, जो कोरोना संक्रमित होने के बाद घर पर ही रहकर दवाइयां लेकर कोरोना को मात दी है। कोरोना से ठीक होने के बाद शुगर लेबल बढ़ने के कारण अब इन्हें मुधमेह कंट्रोल करने के लिए दवा खानी पड़ रही है। 16598 लोग अब तक कोरोना से हुए संक्रमित

जिले में अब तक कोरोना से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 16598 है। इनमें से अधिकांश लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो गए हैं। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित होने के बाद कोरोना को मात देने वाले लोगों का शुगर लेबल बढ़ने के मामले सामने आने लगे हैं। कोरोना से ठीक होने के बाद बेचैनी, घबराहट व चक्कर आने की शिकायत से संबंधित लोगों की सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में संख्या बढ़ने लगी है। चिकित्सकों के जांच कराने पर इनमें कई लोगों का शुगर लेबल बढ़ा मिल रहा है। पोस्ट कोविड मरीजों की भी बढ़ी संख्या

पिछले दो महीने में सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल हथुआ तथा रेफरल अस्पताल भोरे, कटेया, फुलवरिया में ऐसे पोस्ट कोविड मरीज पहुंचे हैं, जो मधुमेह की चपेट में आ गए हैं। इनमें ऐसे लोग अधिक हैं, जिन्होंने संक्रमित होने के बाद घर पर रहकर दवाइयां ली थी। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि दूसरी लहर में संक्रमित हुए 1200 से अधिक लोगों ने घर में रहकर दवाइयां खाकर कोरोना को मात दिया है। इनमें से दस प्रतिशत लोग मधुमेह की चपेट में आ गए हैं। हालांकि कोरोना को मात देने वाले बहुत से ऐसे भी लोग हैं, जिनकी जांच में शुगर लेबल 250 से 300 एमजी के बीच मिला। लेकिन कुछ दिन बाद इन लोगों का शुगर लेबल नार्मल हो गया। ऐसे लोगों को दवा खाने की जरुरत नहीं पड़ी। बिना चिकित्सकीय सलाह वालों को हो रही दिक्कत: डा. कौसर जावेद

सदर अस्पताल के फिजिशियन डा. कौसर जावेद ने कहा कि कोरोना वायरस पैंक्रियाज के बीटा सेल को नुकसान पहुंचाता है। पैंक्रियाज से इंसुलिन का निर्माण होता है। इंसुलिन शुगर को नियंत्रित करता है। बीटा सेल को नुकसान होने से इंसुलिन का पर्याप्त निर्माण नहीं हो पाता है, जिसके कारण शुगर लेबल बढ़ जाता है। ऐसे लोगों में मधुमेह का मामला सामने आ रहा है, जिन लोगों ने कोरोना से संक्रमित होने के बाद घर पर रहकर बिना चिकित्सक की सलाह के दवाइयां ली हैं। स्टेरायड की अधिक मात्रा से शुगर लेबल बढ़ जाता है। ------------------

- कोरोना संक्रमित हुए दस फीसद लोगों का बढ़ गया शुगर लेबल

- अधिकांश संक्रमितों ने घर पर रहकर ली थी दवाइयां

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