बदहाली से उबर कर अब छंटा बिखेर रहा थावे का ऐतिहासिक पोखरा
ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर परिसर में स्थित रहसु भगत मंदिर के समीप थावे जंगल में स्थित ऐतिहासिक पोखरा अब जी उठा है। यह लोगों को आकर्षित कर रहा है।
संवाद सूत्र, थावे (गोपालगंज) : ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर परिसर में स्थित रहसु भगत मंदिर के समीप थावे जंगल में स्थित ऐतिहासिक पोखरा अब जी उठा है। इस पोखरे का स्वच्छ पानी तथा इसके किनारे स्थित पेड़ों की हरियाली दूर-दूर से थावे मंदिर में मां भवानी का दर्शन करने आने वाले लोगों को आकर्षित कर रही है। कभी यह पोखरा देखरेख के अभाव में अंतिम सांसे लेने लगा था। इसी बीच सरकार ने इस ऐतिहासिक पोखरा की दशा सुधारने की पहल किया। सरकार की पहल पर कला सांस्कृतिक विभाग ने इस पोखरे का सुंदरीकरण कराकर दोनों तरफ घाट बनाने का काम शुरू किया। अब सुंदरीकरण का काम पूरा हो गया है। बदहाली से उबर कर यह ऐतिहासिक पोखरा अब अपनी छंट बिखेर रहा है।
ऐतहासिक थावे दुर्गा मंदिर में दूर दूर से लोग मां थावे भवानी का दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर परिसर में रहसु भगत मंदिर तथा मंदिर से सटे थावे जंगल है। रहसु मंदिर के समीप जंगल में तीन एकड़ में ऐतिहासिक पोखरा है। रहसु भगत मंदिर के पुजारी अशोक पाण्डेय बताते हैं कि कभी जगल में स्थित इस पोखरा में श्रद्धालु स्नान करने के बाद थावे मंदिर में पूजा अर्चना करने जाते थे। लेकिन समय के साथ जंगल के पेड़ कटते चले गए तथा देखरेख के अभाव में पोखरा बदहाल होता चला गया। इसी बीच सरकार ने थावे मंदिर परिसर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का काम शुरू किया। इसके तहत रहसु मंदिर के समीप स्थित ऐतिहासिक पोखरा का कला सांस्कृतिक विभाग ने 1.16 करोड़ की लागत से सुंदरीकरण करने का काम शुरू किया। पोखरा में भर गई मिट्टी तथा गाद को साफ कर इसके दोनों किनारे पर घाट बनाया गया। पोखरा के चारों तरफ दस फीट ऊंचा चहारदीवारी बनाई गई है। थावे जंगल का ऐतिहासिक पोखरा अब अपनी छंटा बिखेर रहा है। थावे मंदिर आने वाले लोगों के लिए यह पोखरा आकर्षण का केंद्र बनने लगा है। -----------------
फोटो फाइल : 18 जीपीएल 2
कैप्शन : रहसु मंदिर के समीप स्थित ऐतिहासिक पोखरा
: जल संरक्षण :
- 1.16 करोड़ की लागत से किया गया सुंदरीकरण
- रहसु भगत मंदिर के समीप थावे जंगल में स्थित है पोखरा