घरों से निकलने वाले कचरे से जैविक खाद बनाने का प्लांट तैयार

गोपालगंज अब शहर में कूड़ा कचरा से गंदगी नहीं फैलेगी। बल्कि घरों से निकलने वाला कूड़

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Aug 2021 11:55 PM (IST) Updated:Tue, 24 Aug 2021 11:55 PM (IST)
घरों से निकलने वाले कचरे से जैविक खाद बनाने का प्लांट तैयार
घरों से निकलने वाले कचरे से जैविक खाद बनाने का प्लांट तैयार

गोपालगंज : अब शहर में कूड़ा कचरा से गंदगी नहीं फैलेगी। बल्कि घरों से निकलने वाला कूड़ा कचरा किसानों की खेतों की उर्वराशक्ति बढ़ाएगी। इसके साथ ही कूड़ा कचरा से तैयार जैविक खाद से नगर परिषद की आय भी बढ़ेगी। दो साल पहले नगर परिषद ने कूड़ा कचरा से जैविक खाद बनाने की पहल की थी। लेकिन एक प्लांट तैयार होने के बाद कोरोना महामारी के कारण काम आगे नहीं बढ़ सका। अब कोरोना का असर कम होने के साथ ही नगर परिषद ने शहर के चिराई घर के समीप कचरा से जैविक खाद बनाने के लिए तीन प्लांट तैयार कर लिया है। मशीन मंगाने की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में तीन प्लांट में प्रतिदिन कूड़ा कचरा से 33 क्विटल जैविक खाद तैयार होगा। प्रति प्लांट में बनाए गए जैविक खाद से नगर परिषद को हर साल 12 लाख की आय होगी। पहले चरण में तीन प्लांट चालू होने के बाद दूसरे चरण में नगर परिषद कचरा से जैविक खाद बनाने के लिए तीन और प्लांट बनाएगा।

शहर को साफ सुथरा रखने के लिए नगर परिषद कई योजनाएं चला रहा है। प्रतिदिन मुख्य सड़क से लेकर गली मोहल्ले की सड़कों पर नगर परिषद के सफाई कर्मी झाड़ू लगाते हैं। कूड़ा कचरा को जगह जगह लाए गए डस्टबिन में रखा जाता है, लेकिन डस्टबिन में एकत्र कचरा का निस्तारण करना समस्या बनी हुई है। कचरा उठाने के बाद उसे डंप करने की जगह नहीं होने से प्रतिदिन कूड़ा कचरा का निस्तारण नहीं हो पाता है, जिसे देखते हुए नगर परिषद ने साल 2018 में कचरा से जैविक खाद बनाने की पहल की। कचरा प्रबंधन के लिए नगर परिषद ने डीपीआर तैयार कर राशि आवंटन के विभाग को भेजा दिया। विभाग ने इस योजना की स्वीकृति भी दे दी। स्वीकृति मिलने के बाद शहर के चिराई घर के समीप पहले चरण में तीन प्लांट बनाने का काम शुरू किया गया। एक प्लांट बन कर तैयार हो गया। लेकिन तभी कोरोना महामारी के कारण काम रूक गया। कोरोना का असर थमने के बाद नगर परिषद ने फिर इस योजना पर काम शुरू किया। अब चिराई घर के समीप कचरा से जैविक खाद बनाने के लिए तीन प्लांट बनकर तैयार हो गया है। मशीन मंगाने की प्रक्रिया चल रही है। इस संबंध में नगर परिषद के चेयरमैन हरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि सितंबर महीने के अंत तक मशीन लगा दी जाएगी। इसके साथ ही इन तीनों प्लांट से कचरा से जैविक खाद तैयार होने लगेगी। इन तीनों प्लांट के चालू होने के बाद अगले चरण में तीन और प्लांट बनाने का काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक प्लांट को लगाने में 20 लाख रुपया लागत आई है। एक प्लांट में कचरा से तैयार जैविक खाद से नगर परिषद को सालाना 12 लाख रुपये की आय होगी। इसके साथ ही कचरा निस्तारण की समस्या भी दूर हो जाएगी।

पटना व अन्य शहरों में नगर परिषद बेचेगा जैविक खाद

नगर परिषद के चेयरमैन हरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि कचरा से तैयार जैविक खाद नगर परिषद कृषि विभाग को बेचेगा। सभी छह प्लांट चालू होने के बाद इसमें तैयार जैविक खाद को नगर परिषद पटना तथा मोतिहारी आदि शहरों में भी बेचेगा। इसके लिए एक सेल्समैन का नियुक्त किया जाएगा।

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