संक्रमण को मात दे चुके व्यक्ति भी बरतें सावधानी
गोपालगंज जिले में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले ग्रामीण क्षेत्र में आने लगे हैं। हालांि
गोपालगंज : जिले में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले ग्रामीण क्षेत्र में आने लगे हैं। हालांकि कोविड से ठीक होने वालों का आंकड़ा भी बेहतर हुआ है। बावजूद इसके कोरोना को मात देने वाले मरीजों को कोविड के इस काल में विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना ऐसे लोगों को दोबारा अपनी चपेट में ले सकता है। ऐसे में सबकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि सावधानी रखें, सुरक्षित रहें और इस कठिन परिस्थिति में स्वस्थ रहें और संक्रमित होकर स्वास्थ्य सेवाओं पर और दबाव न डालें।
सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना का संक्रमण इससे एक बार उबर चुके व्यक्ति को भी दोबारा अपनी गिरफ्त में ले सकता है। रिपोर्ट के अनुसार अभी ऐसा कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है जो सत्यापित करे कि कोरोना का संक्रमण उससे संक्रमित हो चुके व्यक्ति को दोबारा कोरोना नहीं हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक घर में रहकर और साफ सफाई अपनाकर स्वयं को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति संक्रमण से उबरने के तीन महीने बाद कोरोना का टीका ले सकता है। अगर कोई व्यक्ति टीके का पहला डोज लेने के बाद संक्रमित होता है तो उस स्थिति में भी संक्रमण से उबरने के तीन महीने बाद कोरोना का टीका ले सकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य रूप से करना जरूरी है।
अनुशासित जीवनशैली अपनाकर स्वयं को रखे सुरक्षित
सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने बताया लापरवाही कोरोना के संक्रमण को दावत दे सकती है। सरकार ने लॉकडाउन लगाया है, लेकिन ये आत्मचितन का विषय है कि सरकार को क्यों लॉकडाउन लगाने की जरूरत पड़ी। इस समय अपने घर में रहकर और अनुशासित जीवनशैली अपनाकर स्वयं को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सकता है। घर में रहें और हल्का, सुपाच्य एवं प्रोटीनयुक्त भोजन का सेवन करें। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती मिलती है और कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से भी सुरक्षा मिलती है।