गोपालगंज आपूर्ति कार्यालय में ढूंढे नहीं मिलते साहब, कार्यालय में ताला

ऑन द स्पॉट साहब की अनुपस्थिति के कारण कई दिनों से कार्यालय का चक्कर लगा रहे लोग यहां परेशानी देखने वाला कोई नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 09:06 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 09:06 PM (IST)
गोपालगंज आपूर्ति कार्यालय में ढूंढे नहीं मिलते साहब, कार्यालय में ताला
गोपालगंज आपूर्ति कार्यालय में ढूंढे नहीं मिलते साहब, कार्यालय में ताला

जागरण संवाददाता, गोपालगंज : सरकार की व्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए अधिकारियों की तैनाती की गई है। लेकिन, सदर प्रखंड कार्यालय परिसर में मौजूद कार्यालयों में अधिकारी ही आए दिन गायब मिलते हैं। अधिकारियों की अनुपस्थिति का नाजायज लाभ अधीनस्थ कर्मी उठाते हैं उनके साथ वे भी कार्यालयों से गायब रहते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा सदर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित प्रखंड आपूर्ति कार्यालय में शनिवार को दिखा। यहां अधिकारी से लेकर कर्मी तक गायब मिले। कार्यालय खुलने के समय 11 बजे ताला लटका मिला। एक बाबू मिले तो सफाई तो दी, लेकिन इस सवाल पर निरुत्तर हो गए, कि साहब के नहीं रहने का खामियाजा गरीबों को क्यों मिल रहा।

शनिवार की सुबह के 11.10 बजे हैं। सदर प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थिति प्रखंड आपूर्ति कार्यालय के समीप लोगों की भीड़ है। भीड़ होने के कारण जब इस कार्यालय का रुख किया गया तो साहब के कार्यालय कक्ष में ताला बंद मिला। धूप में खड़े लोग साहब के आने का इंतजार करते दिखे। इंतजार करने वाले लोगों में बुजुर्ग लोग व महिलाएं भी थीं। सभी को साहब का इंतजार था। सबको राशन कार्ड में हुई गड़बड़ी की शिकायत दर्ज करानी थी। विशनपुर गांव से आए विरेंद्र शर्मा राशन कार्ड में गड़बड़ी होने की शिकायत लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि सुबह दस बजे से कार्यालय आए हैं। कार्यालय में ताला बंद है। बरईपट्टी गांव निवासी कलावती देवी भी राशन कार्ड में कुछ गड़बड़ी होने की शिकायत लेकर आई थी। कार्यालय बंद देख वह दो घंटे से यहां खड़ी है। करीब दो घंटे तक साहब का इंतजार लोगों ने किया। दिन के एक बजे तक साहब कार्यालय नहीं पहुंचे, ऐसे में लोग बैरंग घर लौट गए। यहां आए लोगों ने बताया कि यह हर दिन की समस्या है। लोग तो यहां आते हैं, लेकिन साहब नहीं आते। काफी देर के बाद आपूर्ति कार्यालय में काम करने वाले एक बाबू मिले, लेकिन उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर सफाई दी, साहब को दो प्रखंड का प्रभार मिला है। अभी वे कुचायकोट प्रखंड में हैं। इनसेट

कहते है प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी

कुचायकोट व सदर प्रखंड के चार्ज में होने के कारण दोनों जगहों पर देखना होता है। सदर प्रखंड कार्यालय में कम समय दे पाता हूं। ऐसे में कर्मी कार्यालय में बैठकर लोगों की समस्या सुनते हैं। मैं जब भी कार्यालय पहुंचता हूं, तो सबसे पहले लोगों की शिकायत वाले आवेदन को देखकर उसका निपटारा करता हूं।

विनय कुमार, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, सदर

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