कोरोना की मार से अब तक नहीं उबर सके हैं ग्रामीण इलाके के बाजार

गोपालगंज। कोरोना और बाढ़ की मार झेलने का असर अब तक प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण बाजारों में

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:57 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:57 PM (IST)
कोरोना की मार से अब तक नहीं उबर सके हैं ग्रामीण इलाके के बाजार
कोरोना की मार से अब तक नहीं उबर सके हैं ग्रामीण इलाके के बाजार

गोपालगंज। कोरोना और बाढ़ की मार झेलने का असर अब तक प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण बाजारों में दिख रहा है। कोरोना की दूसरी लहर अब थम गई है। वहीं गंडक नदी का जलस्तर कम होने से निचले इलाकों में भरा बाढ़ का पानी भी उतरने लगा है, लेकिन इसके बाद भी अब तक ग्रामीण इलाको के बाजारों में रौनक नहीं लौट सकी है। प्रखंड क्षेत्र में दिघवा दुबौली, राजापट्टी कोठी, रेवतीथ, हकाम, भगवानपुर, दुबौली, उसरी, कृतपुरा, लक्ष्मीगंज, बखरी, हमीदपुर मोड़, मीराटोला, हरदियां, जनता बाजार सहित कई छोटी बड़ी बाजारें हैं। इन बाजारों में हरी सब्जियों से लेकर अन्य सामग्री खरीदने के लिए काफी संख्या में लोगों के पहुंचने से हमेशा चहल पहल रहती थी, लेकिन अब काफी कम संख्या में लोग ग्रामीण इलाके के इन बाजारों में पहुंच रहे हैं। जो लोग बाजार में पहुंच भी रहे, वह काफी कम मात्रा में सब्जियां व अन्य सामान की खरीदारी कर रहे हैं। इन बाजारों में दियारा इलाके के किसान अपनी हरी सब्जियां लेकर बेचने के लिए आते थे, लेकिन दियारा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर जाने से खेत में लगी सब्जियां बर्बाद हो गई हैं। इस कारण इन बाजारों में सब्जी विक्रेताओं को बाहर से सब्जियां मंगानी पड़ रही है। पहले की अपेक्षा कम मात्रा में सब्जियां आने के बावजूद सब्जियों की बिक्री काफी कम हो गई है। दिघवा दुबौली बाजार के व्यवसायी मोहन गुप्ता, रामप्रीत साह, राजापट्टी कोठी बाजार के व्यवसायी हरेश प्रसाद, सुधीर प्रसाद बताते हैं कि कोरोना महामारी के कारण लोगों के रोजी रोजगार पर असर पड़ा है। रही सही कसर बाढ़ ने पूरी कर दिया है। लोग की आय कम होने का असर ग्रामीण इलाकों के बाजारों में सबसे अधिक पड़ा है। पहले की अपेक्षा सब्जियों से लेकर अन्य सामग्री की बिक्री आधी भी नहीं रह गई है।

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