कोरोना काल में गांवों के बच्चों में शिक्षा की लौ जला रहे गोपालगंज के शिक्षक मनीष

प्राथमिक विद्यालय बेलवनवा के हैं शिक्षक घर बैठे बचों के लिए चला रहे ऑनलाइन क्लास सरकारी स्कूल के बचे ले रहे इसका लाभ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 09:35 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 09:35 PM (IST)
कोरोना काल में गांवों के बच्चों में शिक्षा की लौ जला रहे गोपालगंज के शिक्षक मनीष
कोरोना काल में गांवों के बच्चों में शिक्षा की लौ जला रहे गोपालगंज के शिक्षक मनीष

मनोज राय, कुचायकोट( गोपालगंज) : कोरोना की दूसरी लहर में स्कूल बंद हैं। निजी स्कूल अपने छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। जिनके अभिभावक सक्षम हैं, वे अपने बच्चों को ऑनलाइन कोचिग करा रहे हैं। लेकिन सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चों का स्कूल बंद होने से शिक्षा का नाता टूट गया है। ऐसे माहौल में प्राथमिक विद्यालय बनतैल रामगढ़वा के शिक्षक मनीष कुमार सिंह घर बैठे बच्चों को यू ट्यूब व वाट्सएप के माध्यम से ऑनलाइन क्लास चलाकर उन्हें पढ़ा रहे हैं। जिन बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं, उन बच्चों के अगल अगल के घरों में जिनके पास स्मार्ट फोन है, उनके नंबर लेकर वे पाठ सामग्री भेजते हैं। शिक्षक के मनीष कुमार की इस पहल से गांवों में अपने घर बैठे सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में शिक्षा का लौ जलने लगा है। डेढ़ साल से स्कूल से नाता टूटने से पढ़ाई लिखाई से कट गए बच्चों में अब फिर से पढ़ने लिखने की ललक बढ़ने लगी है।

मार्च 2020 में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन लगने से स्कूल बंद हो गए थे। अब तक स्कूलों में पढ़ाई की शुरुआत भी ठीक से नहीं हो पाई थी । कोरोना का कहर कम होने पर एक साल बाद इस साल फरवरी महीने में सरकार के गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूल खोल दिए गए। एक साल तक घर बैठे बच्चों को अभी स्कूलों में मन रम ही रहा था कि फिर कोरोना की दूसरी लहर के कारण फिर स्कूलों को बंद करना पड़ा। ऐसे माहौल में कुचायकोट प्रखंड के बनतैल गांव निवासी प्राथमिक विद्यालय बनैतल रामगढ़वा के शिक्षक मनीष कुमार सिंह ने गांवों में घर बैठे सरकारी स्कूल के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए व्यक्तिगत रूप से पहल शुरू किया। गांवों के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा़ने का इनका यह प्रयास रंग लाने लगा है। शिक्षक मनीष कुमार सिंह के ऑनलाइन डिजिटल क्लासेस से जुड़कर बच्चे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षक मनीष कुमार सिंह बताते हैं कि कोरोना महामारी के कारण स्कूल पिछले साल से अधिकांश समय विद्यालय बंद होने से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले ग्रामीण इलाके के बच्चों को शिक्षा पर सबसे अधिक असर पड़ा है। जिसे देखते हुए उनके मन में बच्चों को वर्चुअल तरीके से पढ़ाने का विचार आया ।इसके बाद यू ट्यूब पर अपना चैनल बनाया और आठवीं क्लास से 12वीं क्लास के अंग्रेजी सब्जेक्ट की पढ़ाई से उन्होंने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने की शुरुआत की। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाने के लिए यह जरूरी था कि जो भी मटेरियल उनके पास पहुंचे, वह आसान भाषा और रोचक अंदाज में हो । जिससे बच्चे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पढ़ाई के प्रति आकर्षित हो सकें । वे बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र के तमाम बच्चों के पास मोबाइल की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में उन्होंने व्यक्तिगत प्रयास और बच्चों की रुचि को देखते हुए बच्चों के परिजनों या उनके पड़ोसियों तक के नंबर कलेक्ट किया और तैयार स्टडी मैटेरियल को उन नंबर पर वह भेज देते हैं। इसके साथ ही बच्चों को प्रतिदिन वाट्स एप और अन्य इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म पर प्रतिदिन की पढ़ाई को लेकर आवश्यक जानकारी दे दी जाती है। उन्होंने बताया कि अब उनका फोकस ऐसे छोटे बच्चों पर है, जिनके अभिभावकों के पास एंड्राइड फोन उपलब्ध है । इंटरनेट मीडिया पर अलग-अलग क्लास के ग्रुप बनाकर उन्हें ग्रुप में स्टडी मैटेरियल भेजने की दिशा में काम कर रहे हैं। घर से स्टडी मटेरियल तैयार करने के लिए कुछ आवश्यक उपकरण की भी व्यवस्था की जा रही है।

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