चने की खेती से आय बढ़ाएंगे जिले के किसान
खाने की थाली में कई रूपों में सजने वाले चने की खेती को बढ़ावा देने की पहल की गई है। किसान अब चने की खेती से अपनी आय बढ़ाएंगे।
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : खाने की थाली में कई रूपों में सजने वाले चने की खेती को बढ़ावा देने की पहल की गई है। अब चना की खेती कर किसान अपनी आय बढ़ाएंगे। जिला कृषि विभाग ने रबी उत्पाद कार्यक्रम के तहत चना की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लक्ष्य निर्धारित करने के साथ ही कृषि विभाग चना की खेती करने वाले किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही चना की खेती करने वाले किसानों को कृषि विभाग प्रशिक्षण देगा।
जिले में दहलनी फसल के रूप में कभी व्यापक पैमाने पर किसान चना की खेती करते थे। यहां के चना की मांग सीमावर्ती उत्तर प्रदेश तक होती थी। लेकिन समय के साथ चना की पैदावार कम होती गई। जिससे किसान चना की खेती करने से परहेज करने लगे। कभी व्यापक पैमाने पर होने वाली चना की खेती अब कुछ इलाकों तक सिमट कर रह गई है। लेकिन अब फिर से जिले में चना की खेती को बढ़ावा देने की पहल शुरू हो गई है। जिला कृषि विभाग ने रबी उत्पादन कार्यक्रम के तहत चना की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. वेदनारायण सिंह ने बताया कि दलहनी फसल के रूप में अब चना की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस सीजन में 500 हेक्टेयर में चना की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि चना की खेती करने के लिए किसानों का चयन कर उन्हें अनुदानित दर पर उन्नत बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही चयनित किसानों को उन्नत तरीके से चना की खेती करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान भी चना की खेती करने के प्रति रुचि दिखा रहे हैं। जिसे देखते इस बार लक्ष्य से अधिक रकबा में चना की खेती होने की उम्मीद है।
इनसेट
किस प्रखंड को मिला कितना लक्ष्य
प्रखंड हेक्टेयर
बैकुंठपुर 47
सिधवलिया 27
बरौली 50
मांझा 42
गोपालगंज 34
थावे 23
कुचायकोट 66
हथुआ 47
उचकागांव 30
फुलवरिया 25
भोरे 36
कटेया 23
पंचदेवरी 20
विजयीपुर 30 ------------
खेतीबाड़ी
- कृषि विभाग ने निर्धारित किया चना की खेती का लक्ष्य
- किसानों को अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा उन्नत बीज