सदर अस्पताल में आयोजित किया गया परिवार नियोजन मेला

गोपालगंज। मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शुक्रवार को सदर अस्पताल में मेले का आयोजन किगोपालगंज। मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शुक्रवार को सदर अस्पताल में मेले का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह व अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एके चौधरी ने किया। कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन ने कहा मिशन परिवार विकास के तहत इस मेले में पुरुष और महिला की समान रूप से सहभागिता होनी चाहिए। यह मेला लोगों को परामर्श के साथ निशुल्क गर्भ निरोधक साधनों को उपलब्ध कराएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 05:56 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 06:08 PM (IST)
सदर अस्पताल में आयोजित किया गया परिवार नियोजन मेला
सदर अस्पताल में आयोजित किया गया परिवार नियोजन मेला

गोपालगंज। मिशन परिवार विकास अभियान के तहत शुक्रवार को सदर अस्पताल में मेले का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह व अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एके चौधरी ने किया। कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन ने कहा मिशन परिवार विकास के तहत इस मेले में पुरुष और महिला की समान रूप से सहभागिता होनी चाहिए। यह मेला लोगों को परामर्श के साथ निशुल्क गर्भ निरोधक साधनों को उपलब्ध कराएगा।

सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पतालों में नसबंदी के अलावा परिवार नियोजन के और भी विकल्प मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के उपायों में अपनी रूचि के अनुसार लोग विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं। परिवार नियोजन को लेकर आयोजित मेले के लगाए गए स्टॉल के माध्यम से लोगों ने कई बातों की जानकरी प्राप्त की। स्टॉल पर नियोजन के परिवार नियोजन के लिए स्थायी और अस्थायी दोनों तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराया गया था। मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एके चौधरी, डीएस डॉ. पीसी प्रभात, डीपीएम धीरज कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल मुकेश कुमार सिंह, प्रभारी डीसीएम निखत परवीन आदि मौजूद रहे।

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योग्य दंपत्तियों को मिलेगी जानकारी

गोपालगंज : अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एके चौधरी ने बताया कि अभियान के तहत आशा योग्य दंपत्तियों से जाकर मिलेंगी तथा उन्हें परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के बारे में जानकारी भी देंगी। उन्होंने बताया कि दंपती संपर्क पखवारा के दौरान आमजन में जागरुकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल एवं प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जाएगा।

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