थावे जंगल की आबोहवा के बीच अब रात गुजार सकेंगे श्रद्धालु

ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब ठहरने के लिए बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। मंदिर परिसर में रहसु भगत यात्री निवासी बनकर तैयार हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 04:13 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 04:13 PM (IST)
थावे जंगल की आबोहवा के बीच अब रात गुजार सकेंगे श्रद्धालु
थावे जंगल की आबोहवा के बीच अब रात गुजार सकेंगे श्रद्धालु

संवाद सूत्र, थावे (गोपालगंज) : ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब रात गुजरने के लिए नया ठिकाना मिल गया है। थावे मंदिर परिसर से सटे थावे जंगल में स्थित रहसु भगत मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए दो यात्री निवास बनकर तैयार हो गया है। दोनों यात्री निवास में टाइल्स लगे स्नानघर, बाथरूम तथा हाल भी बनाया गया है। यात्री निवास में बने कमरों की खिड़कियां जंगल की तरफ खुलती हैं। यात्री निवासी बनकर तैयार होने के बाद अब दूर दूराज से आने वाले श्रद्धालु थावे जंगल के आवोहवा के बीच यात्री निवासी में रात गुजार सकेंगे।

ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु मां थावे भवानी की पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं। थावे मंदिर परिसर से सटे जगल है। थावे मंदिर के समीप जंगल में रहसु भगत का मंदिर है। रहसु भगत की पुकार पर ही कामाख्या से चलकर मां थावे भवानी थावे में प्रकट हुई थीं। थावे दुर्गा मंदिर आने वाले श्रद्धालु रहसु भगत मंदिर में भी दर्शन करने आते हैं। पहले दूसरे जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं को रात में रुकने के लिए मंदिर परिसर के बाहर बने निजी गेस्ट हाउस या छह किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय में स्थित होटलों में ठहरना पड़ता था। इससे श्रद्धालुओं हो रही परेशानी को देखते हुए कला सांस्कृतिक विभाग ने थावे जंगल में स्थित रहषु भगत मंदिर परिसर में यात्री निवासी बनाने की पहल किया। अब 1.08 करोड़ रुपये की लागत से दो यात्री निवास बनकर तैयार हो गया है। एक यात्री निवासी बनाने में 54 लाख रुपये की लागत लगी है। दोनों यात्री निवास में तीन-तीन कमरें, चार-चार स्नानागार तथा चार-चार बाथरूम तथा एक-एक हाल बनाया गया है। फर्श व दीवाल पर टाइल्स लगाई गई है। शुद्ध पेजयल की भी सुविधा है। सभी कमरे की खिड़की जंगल की तरफ खुलती है। यात्री निवासी बनकर तैयार होने के बाद अब थावे दुर्गा मंदिर आने वाले श्रद्धालु यहां जंगल के आवोहवा के बीच रात गुजर सकेंगे। यात्री निवासी की खिड़कियां खोल कर जंगल की हरियाली निहार सकेंगे।

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- थावे मंदिर के समीप रहसु भगत मंदिर परिसर में यात्री निवास बनकर तैयार

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