गोपालगंज जिले के जयसौली गांव में ग्रामीणों की सजगता से हार रहा कोरोना
कोरोना को हराना है कोरोना से एक व्यक्ति की मौत के बाद सतर्क हो गए ग्रामीण अधिकांश ग्रामीणों ने लगा लिया है कोविड वैक्सीन।
सुनील चौबे, कटेया (गोपालगंज ) : कटेया प्रखंड के जयसौली गांव में जानलेवा बना कोरोना अब ग्रामीणों की सजगता से हार रहा है। इस गांव में एक माह पूर्व कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई। पूरे गांव में कोरोना को लेकर दहशत फैल गया। ग्रामीणों ने घबराने की जगह मिलजुल कर कोरोना को मात देने की पहल की और खुद अपने गांव में लॉकडाउन लगा दिया। लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया। स्वास्थ्य विभाग को सूचना देकर कोरोना जांच कराने के साथ ही ग्रामीण कोविड वैक्सीन लगवाने लगे। जांच में चार लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। अब ये चारों लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो गए हैं। इस गांव के 45 साल से अधिक उम्र के अधिकांश लोगों का कोविड वैक्सीलेशन हो गया है। 18 प्लस के युवक व लोग कोविन एप पर रजिस्ट्रेन कराकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। ग्रामीणों की सतर्कता व सजगता से जयसौली गांव में कोरोना कहर नहीं बरपा सकी। अब यह गांव कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया है। कोरोना को गांव में फिर नहीं फैले इसको लेकर ग्रामीण अब भी पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। घरों से बाहर कम निकल रहे हैं। जरूरी होने पर मास्क व शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन करते हुए ग्रामीण अपने घरों से निकलते हैं।
जयसौली गांव में अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया। इस गांव के निवासी अनूप चौबे के कोरोना संक्रमित होने पर स्वजनों ने उन्हें गोरखपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया। वहां स्थिति बिगड़ने पर स्वजन 22 अप्रैल को उन्हें पटना ले जाने लगे। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। कोरोना से इनकी मौत के बाद पूरे गांव में कोरोना को लेकर दहशत व्याप्त हो गया। ग्रामीणों से जानकारी मिलने के बाद गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के घर के लोगों का एंटीजेन कीट से जांच किया, सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। लेकिन गांव के एक व्यक्ति की कोरोना से मौत होने से ग्रामीण सजग हो गए। ग्रामीण मास्क पहनने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करने लगे। ग्रामीण आवश्यक चीजों की खरीददारी करने के लिए भी बाजार जाने से कुछ दिनो़ं तक परहेज करते रहे । कटेया रेफरल अस्पताल में इस बीच हुई कोविड जांच रिपोर्ट में इस गांव के चार लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। होम आइसोलेशन में ही इलाज के बाद ये लोग पूरी तरह स्वस्थ हो गए। ग्रामीण अब भी पूरी तरह सावधानी बरत रहे हैं । 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के अधिकांश ग्रामीणों ने कोविड वैक्सीन लगवा लिया है। 18 वर्ष से 44 साल के युवक व लोग पोर्टल पर पंजीयन कराकर स्लैब मिलने पर अपना अपना वैक्सीनेशन करा रहे हैं ।